ELSS फ़ंड एक इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड है जो आपको अपने पैसे को स्टॉक में इन्वेस्ट करने की इजाज़त देता है. और ये बिना किसी रिस्क के स्टॉक मार्केट से लाभ उठाने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है.
ELSS में निवेश से पहले इन 6 बातों का रखें ख़ास ध्यान.
अगर आप ELSS म्यूचुअल फ़ंड में टैक्स बचाना चाहते हैं तो ज़रूरी है कि आप ओल्ड टैक्स रीज़िम का विकल्प चुने.
ELSS में सेक्शन 80C के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. इसमें आप ₹1.5 लाख तक का डिडक्शन क्लेम कर सकते है.
सेक्शन 80C के तहत डिडक्शन के कई विकल्प है. इसलिए जब भी आप ELSS में निवेश का विकल्प चुनें, तो उससे पहले ये देख लें कि 80C में कितना आपका डिडक्शन हो चुका है.
सेक्शन 80C डिडक्शन से पहले देख लें कि टैक्स देनदारी कितनी है और आप किस स्लैब में आते हैं.
ELSS फ़ंड का विकल्प चुनते समय डिविडेंड ऑप्शन के बजाय ग्रोथ ऑप्शन का चुनाव करें. ये आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा.
टैक्स बचाने के नज़रिये से ELSS को आखिरी समय में निवेश करने का विकल्प न बनाएं. इसके लिए हर महीने एक SIP करें.
ये लेख/ म्यूचुअल फ़ंड में ध्यान रखने वाली बातों की जानकारी देने के लिए है. इसे निवेश की सलाह न समझें.