आज की तारीख़ में ज्यादातर लोगों पास एक सेविंग अकाउंट तो होता ही है. बिना Savings Account के काम चलना बेहद मुश्किल है.
इसके ज़रिए अपनी ज़रूरत के हिसाब से आप कभी भी और कहीं भी पैसे निकाल सकते है. आम घर ख़र्च और दूसरी ज़रूरतों में बेहद काम आता है.
Savings Account में किसी तय रक़म का रेगुलर डिपॉज़िट नहीं होता है, आमतौर पर इसमें मिनिमम बैलेंस की शर्त भी होती है. हां, कई बैंक ज़ीरो बैलेंस अकाउंट की सुविधा भी देते हैं.
Salary Savings Account बिल्कुल रेगुलर सेविंग्स अकाउंट की तरह ही होता है, लेकिन रेगुलर के मुक़ाबले कोई मिनिमम बैलेंस की शर्त नहीं होती है.
सेक्शन 80TTA के तहत Savings Account में ₹10,000 तक के ब्याज़ पर टैक्स छूट होती है. इसके बाद TDS कटता है.
जिस बैंक में आप Savings Account खुलवाना चाहते है उसका फ़ॉर्म भरना होगा. दो पासपोर्ट साइज़ फ़ोटोग्राफ़,आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड की कॉपी जमा करनी होंगी.
अकाउंट खुलवाने के समय वेरीफ़िकेशन के लिए आप इन डॉक्यूमेंट की ओरिजिनल कॉपी भी अपने साथ रखें. बैंक की वेब साइट में जाकर आप अपना अकाउंट अपने आप खोल सकते है.
Savings Account में जमा पैसा, ज़्यादातर 5 लाख तक ही इंश्योरेंस से कवर होता है, जिसमें रक़म पर मिलने वाला ब्याज भी शामिल है.
अगर कोई बैंक इस प्लान के प्रीमियम को लगातार तीन या छह महीने तक नहीं भरता है, तो उसके अकाउंट को इस इंश्योंरेंस कवर का लाभ नहीं मिलेगा.
ज़ाहिर है कि ये हमारे बहुत काम आता है लेकिन लॉन्ग-टर्म के मामले में काफ़ी पेचीदा है क्योंकि इसमें मिलने वाले ब्याज की दरें काफ़ी कम होती है.