ULIP के बारे में अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है कि इसमें पॉलिसीहोल्डर, इंश्योर्ड व्यक्ति या फ़िर नॉमिनी में से किसे मेच्योरिटी बेनेफ़िट मिलता है
इसका जवाब तो साफ़ है कि वो पॉलिसीहोल्डर ही है जिसे मेच्योरिटी बेनेफ़िट मिलता है. लेकिन इस बात को आपको विस्तार से समझने की ज़रूरत है.
पहला, पॉलिसी होल्डर यानी जो पॉलिसी ख़रीदता है और प्रीमियम देता है. दूसरा, इंश्योर्ड व्यक्ति (जो कवर है). तीसरा, नॉमिनी (जिसे इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु के बाद पैसा मिलता है).
मान लें कि एक शख्स जो ULIP पॉलिसीहोल्डर है, वो प्रीमियम भी भरता है. उसकी पत्नी इंश्योर्ड और बेटा नॉमिनी है. अब, पॉलिसी मेच्योर होती है तो मेच्योरिटी बेनेफ़िट पॉलिसीहोल्डर को मिलेगा.
ऊपर दिए गए उदाहरण में, अगर “पति” प्रीमियम नहीं भरता है, मगर फिर भी वो पॉलिसीहोल्डर है तो इस स्थिति में, पॉलिसी मेच्योर होने पर मेच्योरिटी बेनेफ़िट का भुगतान पति को ही होगा.
हालांकि, ULIP का मेच्योरिटी बेनेफ़िट लेने के वास्ते पात्र होने के लिए पॉलिसी होल्डर को सुनिश्चित करना पड़ता है कि पॉलिसी के सभी दस्तावेज़ सही हैं और प्रीमियम भी समय पर भरा गया है.