Published: 12th Aug 2024
By: Value Research Dhanak
क़र्ज में कमी लाने का एक प्लान बनाएं जिसमें छोटे क़र्ज़ पहले निपटाए जाएं. जो आपके इनवेस्टमेंट प्लान को आगे बढ़ने और बाक़ी का पेमेंट करने में मदद करेगा. साथ ही, इससे क़ामयाबी की उम्मीद बढ़ेगी.
बढ़ते बाज़ार में, क़िश्तों में निवेश करने से लागत बढ़ जाती है. अगर आप SIP जैसे रूट के ज़रिए से निवेश कर रहे हैं, तो बाज़ार में गिरावट आने पर लागत कम हो सकती है.
ख़र्च के डिटेल तय करने के लिए प्रतिशत का इस्तेमाल कर सकते हैं कि आपकी इनकम का कितना हिस्सा अलग-अलग ख़र्च की कैटेगरी में एलोकेट किया जाना चाहिए. अपने ख़ुद के फ़ाइनेंशियल गोल्स के आधार पर ये एलोकेशन करें.
इमरजेंसी फ़ंड ज़रूरी है. अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ने पर किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा. कर्ज़ का बोझ नहीं होगा. इस सूरत में पैसे की बचत भी होगी और निवेश भी कर पाएंगे.
अगर आपकी उम्र 25 साल हैं, तो आपके पोर्टफ़ोलियो का इक्विटी एक्सपोज़र 75% होना चाहिए. ये तरीक़ा एक युवा निवेशक को इक्विटी में ज़्यादा निवेश की अनुमति देता है, जो लॉन्ग टर्म में सबसे अच्छा रिटर्न देती है.
ये फ़ाइनेंशियल रूल आज़माए और परखे हुए हैं. उन्हें अपनी स्थिति के मुताबिक़ फिर से ढालें और बेहतर फ़ाइनेंशियल फ़ैसले लें.