इन 4 कारणों की वजह से आज Hero संघर्ष कर रहा है

एक नामी कंपनी

हीरो मोटोकॉर्प, भारत में दोपहिया वाहनों के लिए पर्याय बन चुका है, जो कि 41% मार्केट शेयर के साथ टॉप पर है. कंपनी ने अपने पूरे जीवनकाल में 10 करोड़ से ज़्यादा मोटरसाइकिलें बेची हैं.

संघर्षों से जूझता हीरो

हालांकि, पिछले एक दशक के वॉल्यूम में 2% की गिरावट और FY23 में इसका मार्केट शेयर घटकर 33% हो गया है, हीरो मार्केट कैप के मामले में सबसे निचले स्थान पर है.

1) होंडा के साथ अलग होना

2011 में होंडा के अलग होने के बाद हीरो ने रिसर्च एंड डिवेलपमेंट (R&D) में अपनी बढ़त खो दी.

2)स्कूटर सर्ज

स्कूटर (या स्कूटी) आने के बाद मोटरसाइकिलों ने हीरो के वर्चस्व को चुनौती दी. इनकी कीमत हीरो के बड़े पैमाने पर बाजार में बिकने वाले वाहनों के समान थी और इन्हें चलाना भी आसान था.

3) प्रीमियम सेगमेंट का संघर्ष

प्रीमियम 125cc+ मोटरसाइकिल बाजार में, हीरो के पास 2023 तक के वॉल्यूम में 3% की छोटी हिस्सेदारी थी. वहीं रॉयल एनफील्ड, TVS और सुजुकी जैसे राइवल्स ने इसे पीछे छोड़ दिया.

4) EV बाज़ार में गलत कदम

EV (इलेक्ट्रिक व्हीकल) क्षेत्र में देर हो चुकी है. नवंबर 2023 में हीरो का विडा V1 केवल 3,286 बिक्री के साथ OLA इलेक्ट्रिक और ओकिनावा जैसे जमे हुए खिलाड़ियों से पीछे रह गया.

नई उम्मीद, नया हीरो

हीरो की नज़र अब प्रीमियम और EV सेगमेंट में फ़िर से आने की है. इसे अपने इंजन को फ़िर से सक्रिय करने के लिए एक सफल लॉन्च की उम्मीद है.

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