प्योर इक्विटी और अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड एक-दूसरे से अलग हैं. प्योर इक्विटी फ़ंड ख़ासकर इक्विटी में, जबकि अग्रेसिव हाइब्रिड 65-80% इक्विटी में और बाक़ी डेट में एलोकेट करते हैं.
इक्विटी एलोकेशन ऊंचे रिटर्न की उम्मीद पैदा करता है, जबकि डेट पूंजी को सुरक्षा देता है. इसीलिए अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड नए निवेशकों के लिए आदर्श हैं. अग्रेसिव हाइब्रिड के 3 फ़ायदे..
अपने अच्छे डेट एलोकेशन की वजह से, अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड अशांत समय के दौरान काफ़ी मदद करते हैं. वे प्योर इक्विटी फ़ंड्स के मुक़ाबले कम गिरते हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बना रहता है.
20-35% पैसा डेट में रखने के बावजूद, एवरेज अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड में 10 साल में SIP से 13.7% रिटर्न मिला, जो S&P BSE सेंसेक्स के 14.8% और फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड के 15.6% से थोड़ा ही कम है.
हाइब्रिड फ़ंड ऑटोमैटिक तरीक़े से पोर्टफ़ोलियो रिबैलेंस करते रहते हैं, जिससे निवेशकों को कैपिटल गेन टैक्स का फ़ायदा मिलता है क्योंकि ये रिबैलेंसिंग वे निवेश बेचकर नहीं करते.
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