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आशियाना अपना या रेंट का

मेट्रो शहरों में अपना घर खरीदें या रेंट पर रहने में है फ़ायदा, क्‍या है सही फार्मूला

आशियाना अपना या रेंट का

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दो दीवाने शहर में. रात में और दोपहर में. आबो दाना ढूंढ़ते हैं, आशियाना ढूंढ़ते हैं... ये गाना 1977 में आई फिल्‍म घरौंदा का है. एक आशियाना मेट्रो शहर में आज ही नहीं 70 के दशक में भी एक बड़ा मसला था. तब भी आशियाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती थी और आज भी मेट्रो शहर में अपना आशियाना होना बड़ी बात है.

फिल्‍म में बात दो दीवानों की है लेकिन मैं ऐसे चार लोगों को जानता हूं, जो आपस में दोस्‍त हैं लेकिन एक आशियाने यानी घर को लेकर चारों की कहानी अलग है. ये चार दोस्‍त हैं दीपक, मनाेहर, शिशिर और रितेश. इन चारों लोगों की पिछले 10-15 साल की जिंदगी मैंने देखी है और घर को लेकर उनकी जद्दोजहद को भी देखा है. दीपक ने अपना घर एक दशक पहले लिया था, तब उनकी वाइफ भी वर्किंग थी, लेकिन अब दीपक अकेले कमाने वाले हैं. तो घर की EMI चुकाने के बाद भविष्‍य की ज़रूरतों के लिए वे कुछ बचत नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, मनोहर को रेंट पर रहना पसंद नहीं था, उनके लिए मेट्रो शहर में अपना घर होना स्‍टेटस का मसला भी था. शि‍शिर का मसला ये था कि वे होम लोन और दशकों तक चलने वाली EMI के पचड़े में नहीं पड़ना चाहते थे, वे आज भी रेंट पर रह रहे हैं और रितेश ने 30 साल की उम्र में घर ले लिया था, तो आज लगभग 15 साल के बाद वो होम लोन रिपेमेंट करीब है और आज उनकी सैलरी भी काफी बढ़ चुकी है. तो होम लोन की EMI आज उनके लिए मसला नहीं है.

मेट्रो में रहने वाले हर शख्‍स को कभी न कभी इस सवाल से दो चार-होना ही पड़ता है. सवाल ये है‍ कि अपना घर ख़रीदना बेहतर है या रेंट पर रहना. आज हम इस सवाल का जवाब आपको देंगे. पैसों के लिहाज से आपके लिए क्‍या फ़ायदेमंद है अपना घर ख़रीदना या रेंट पर रहना?

अपना घर खरीदने की लागत
मान लेते हैं कि आप नोएडा एक्‍सटेंशन में 2 BHK प्‍लस स्‍टडी फ्लैट ख़रीदते हैं. मौजूदा समय में ₹60 से ₹65 लाख में 2 BHK प्‍लस स्‍टडी फ्लैट मिल रहा है. और आप ₹10 से ₹15 लाख डाउनपेमेंट करते हैं तो मोटे तौर आपको ₹50 लाख होम लोन लेना होगा. आइये देखते हैं कि 25 साल के लिए ₹50 लाख के होम लोन की मासिक EMI क्‍या होगी और आपको लोन रिपेमेंट के तौर पर कुल कितनी रक़म चुकानी होगी.

इस केस में आप देख सकते हैं कि 25 साल के लिए ₹50 लाख होम लोन लेने पर आपको हर माह ₹40,262 की EMI चुकानी होगी. वहीं, होम लोन पर सालाना 8.5 प्रतिशत ब्‍याज के हिसाब से लगभग ₹70 लाख ब्‍याज चुकाना होगा. इस तरह से आपको होम लोन रिपेमेंट के तौर पर लगभग ₹1.20 करोड़ चुकाने होंगे. तब आपका घर सही मायने में आपका होगा.

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रेंट पर रहने की लागत

रेंट के मामले में आप देख सकते हैं कि आपको 25 साल में रेंट के तौर पर कुल ₹1.83 करोड़ चुकाने होंगे. यहां रेंट में सालाना इजाफ़ा 10 % माना गया है.

रेंट पर रहने के साथ निवेश
मान लेते हैं कि आप रेंट पर रहते हैं और ₹20,000 की मासिक SIP शुरू करते हैं और सालाना SIP की रक़म 5 फ़ीसदी बढ़ाते रहते हैं. आइए देखते हैं कि आप 25 साल में कुल कितनी रक़म जुटा लेंगे.

रेंट पर रहते हुए और बचत और निवेश करते हुए आप 25 साल में लगभग ₹5 करोड़ की रक़म बना लेंगे.

क्‍या है सही फार्मूला
अपना घर ख़रीदें या रेंट पर रहें इसका कोई ऐसा सही जवाब नहीं हो सकता है, जो हर किसी के लिए फिट बैठता हो. कुल लोग अपने घर में ही रहना पसंद करते हैं. वे रेंट वाले घर में सहज महसूस नहीं करते. इसके अलावा मेट्रो शहर में अपना घर होना स्‍टेटस से भी जुड़ा होता है. अगर आप भी ऐसे लोगों की कैटेगरी में आते हैं तो आप शायद अपना घर खरीदने के लिए कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार होंगे. वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कोई भी फ़ैसला लेने से पहले हर पहलू को देखते हैं.

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अगर फ़ाइनेंस के लिहाज से देखें तो ये बेहतर लगता है कि आप रेंट पर रहें और बचत की रक़म SIP के ज़रिए निवेश करें. इस तरह से आप 25 साल में लगभग 5 करोड़ की रक़म जुटा लेंगे. लेकिन फ़ाइनेंस के अलावा दूसरी चीजें भी अहम हैं.

सुकून के साथ रिटायरमेंट के लिए ज़रूरी है घर
सुकून के साथ रिटायरमेंट की जिंदगी बिताने के लिए अपना घर होना ज़रूरी है. लेकिन ये भी उतना ही अहम है कि आप घर खरीदने के लिए लंबे समय की दूसरी ज़रूरतों जैसे रिटायरमेंट प्‍लानिंग से समझौता न करें. वरना रिटायरमेंट के बाद आपका जीवन बहुत मुश्किल हो जाएगा.

इससे निपटने का एक और तरीका है कि अगर किसी छोटे शहर या कस्‍बे में पहले से आपका घर है और आप रिटायरमेंट के बाद वहां जाकर रह सकते हैं तो आपको एक बड़ी रक़म मेट्रो शहर में घर खरीदने पर ख़र्च करने की ज़रूरत नहीं है. आप रेंट पर रहकर बचत और निवेश करें और रिटायरमेंट के बाद अपने होम टाउन में शिफ्ट हो जाएं. इस तरह से आपके पास रिटायरमेंट के बाद की ज़रूरतों के लिए बड़ी रक़म होगी.

3 कंडीशंस पूरी करें, फिर खरीदें घर
हमारी राय है कि अगर आप तीन कंडीशंस पूरी करते हैं तभी आपको घर खरीदना चाहिए-

  • आप रेडी टू मूव घर खरीदें. इससे आप अपना रेंट बचा पाएंगे और आपको होम लोन की EMI देने में सहूलियत होगी.
  • डाउनपेमेंट की रक़म जितनी ज़्यादा हो सके उतनी इंतजाम करने का प्रयास करें,
  • होम लोन की EMI आपकी टेक होम सैलरी का 30 फ़ीसदी से अधिक न हो.

ये भी पढ़िए- म्यूचुअल फ़ंड निवेश क्या है और किसके लिए है?

ये लेख पहली बार मई 16, 2023 को पब्लिश हुआ.

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