लर्निंग

आपके EPF के पैसे और तेज़ी से बढ़ सकते हैं, मगर...

हो सकता है कि आपके Employees Provident Fund में 8.15% का रिटर्न जो बिना किसी रिस्क के मिलता है वो आपको बुरा नहीं लगे, पर हमें लगता है कि ये वो रिटर्न नहीं है जो आपको असल में मिलना चाहिए.

आपके EPF के पैसे और तेज़ी से बढ़ सकते हैं, मगर...

back back back
3:21


आज के तक़रीबन सभी अख़बारों में EPF पर मिलने वाले ब्‍याज की ख़बर है. सरकार ने वित्‍त-वर्ष 2022-23 के लिए 8.15% का ब्‍याज तय किया है. हो सकता है कि बिना रिस्‍क का 8.15% का ये रिटर्न आपको बुरा नहीं लगे. दरअसल ज़्यादातर EPF अकाउंट होल्‍डर पर इसी तरह से सोचते हैं. पर ऐसी सोच इसलिए है क्योंकि उनको बताया गया है कि गारंटी वाला रिटर्न, यानी जहां तय ब्‍याज मिलने की गारंटी हो, वहां रिटर्न भले ही कम मिले पर असली निवेश वही है. और इसके उलट इक्विटी में, जहां आपके पैसे पर रियल रिटर्न यानी महंगाई दर से 3-4% से ज़्यादा रिटर्न मिल सकता है, वो एक तरह का सट्टा है, यानी speculative return है.

इक्विटी में निवेश से डर कैसा
ये बाज़ार में निवेश के डर का ही नतीजा है कि कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन यानी (EPFO) ने निवेश लायक़ कुल रक़म का 15% तक इक्विटी में लगाने का फ़्रेमवर्क ख़ुद तैयार किया है. लेकिन रिटायरमेंट की देखरेख करने वाली संस्था ख़ुद इस पर अमल नहीं कर रही है, और वित्‍त-वर्ष 2021-2022 में कुल निवेश योग्‍य रक़म का 8.7% एक्‍सचेंज ट्रेडेड फ़ंड ETF में निवेश किया गया. यानी, EPFO ने 15% रक़म इक्विटी में निवेश करने के फ्रेमवर्क का भी पूरी इस्‍तेमाल नहीं किया.

80% से ज़्यादा निवेश फिक्‍स्ड इनकम में
EPF का पैसा सब्‍सक्राइबर्स के रिटायरमेंट के बाद की ज़रूरतों के लिए है, यानी ये लंबे समय का पैसा है. लंबे समय का पैसा इक्विटी में लगाया जा सकता है, और इक्विटी लंबे समय यानी 5-7 साल में शानदार रिटर्न देती है. ये एक बड़ा सवाल है कि EPFO अपने सब्‍सक्राइबर्स के रिटायरमेंट के बाद की ज़रूरतों का पैसा ऐसी जगह क्‍यों नहीं लगा रहा है, जहां उन्हें अधिकतम रिटर्न मिल सके. निवेश की रक़म का बड़ा हिस्‍सा यानी 80% रक़म ऐसी जगहों पर निवेश की जा रही है, जहां मुश्किल से महंगाई दर के बराबर या मुश्किल से महंगाई दर से कुछ ही ऊपर रिटर्न मिल रहा है.

नीचे दिया गया टेबल आपको साफ़ दिखाएगा कि पिछले दस साल में EPF पर कितना ब्याज मिला है

EPFO कहां निवेश करता है आपका पैसा?

जब आपका, यानी सब्‍सक्राइबर्स का कॉन्ट्रीब्‍यूशन EPFO के पास पहुंचता है, तो वो इसे नीचे बताए गए विकल्‍पों में निवेश कर सकते हैं.


· केंद्र और राज्‍य सरकारों की सिक्‍योरिटीज़ - 45 से 50%.

· डेट इंस्‍ट्रुमेंट जैसे बॉन्‍ड और डेट फ़ंड - 35-45%

· मनी मार्केट इंस्‍ट्रुमेंट/ टर्म डिपॉज़िट - 5%

· इक्विटी - 15% (निवेश का)

· REIT. Misc - 5%.

ये लेख पहली बार मार्च 29, 2023 को पब्लिश हुआ.

वैल्यू रिसर्च धनक से पूछें aks value research information

कोई सवाल छोटा नहीं होता. पर्सनल फ़ाइनांस, म्यूचुअल फ़ंड्स, या फिर स्टॉक्स पर बेझिझक अपने सवाल पूछिए, और हम आसान भाषा में आपको जवाब देंगे.


टॉप पिक

IDFC फ़र्स्ट बैंक बार-बार क्यों मांग रहा है पैसा?

पढ़ने का समय 5 मिनटKunal Bansal

NPS के इंप्लॉयर कंट्रीब्यूशन से क्या इस साल टैक्स बच सकता है?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

जिस दिन इन्फ़ोसिस को बेच देना चाहिए था: वैल्यूएशन से जुड़ा एक मुश्किल सबक़

पढ़ने का समय 5 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

Nasdaq बढ़ा 9%, मेरा ETF सिर्फ़ 1.7%! क्या ये धोखा है?

पढ़ने का समय 3 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा गोल्ड, क्या आपको अब भी इसमें ख़रीदारी करनी चाहिए?

पढ़ने का समय 4 मिनटउज्ज्वल दास

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

सोना: क्या आपके पोर्टफ़ोलियो में सोने को जगह मिलनी चाहिए?

जब दुनिया का आर्थिक ढांचा बदल रहा हो, तो सोने को फिर से देखना ज़रूरी हो सकता है--फिर चाहे आप अब तक इसके आलोचक ही क्यों न रहे हों.

दूसरी कैटेगरी