Silicon Valley Bank: हाल ही में अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक सिलिकन वैली बैंक (SVB) दिवालिया हो गया. अमेरिकी शेयर बाज़ार में कुछ ही घंटों के भीतर शेयर की क़ीमत लगभग 66 फ़ीसदी घट गई. बैंक डूबने की इस ख़बर का असर कुछ समय के लिए दुनिया भर के बाज़ारों में देखने को मिला. हालांकि, यहां सवाल उठता है कि ऐसी ख़बरों का भारत पर क्या असर होगा? और हम भारतीयों को ऐसी घटनाओं से क्या सबक़ लेने चाहिए?
SVB में हुआ क्या
SVB के डूबने की बात करें, तो इसने मार्च के पहले पखवाड़े में $21 अरब के सरकारी बॉन्ड्स बेहद कम क़ीमत पर बेच दिए. जैसे ही यह ख़बर फैली, मार्केट में घबराहट बढ़ गई. इस बीच अमेरिकी बैंक के शेयर बेचकर पैसे जुटाने की ख़बर से संकट और भी गहरा गया. SVB के शेयरों में तगड़ी बिकवाली चालू हो गई. घबराहट में शेयर बेचने (panic selling) की वजह से इस बैंक के शेयर 66 फ़ीसदी तक गिर गए.
भारत पर इसका असर
दरअसल ये बैंक स्टार्ट-अप्स (startups) को फंड देता था, तो भारतीय स्टार्ट-अप इंडस्ट्री पर भी इसका थोड़ा बहुत असर पड़ने की आशंका है. हालांकि, आम डिपॉज़िटर्स की बात करें, तो भारत में रेगुलेटर ने बैंक में जमा पैसे की सुरक्षा के लिए एक प्रावधान किया है. वैल्यू रिसर्च की सीईओ धीरेंद्र कुमार के मुताबिक, ये घटना भारत के आम आदमी के लिए अहम सबक़ है. उन्होंने कहा, "आपको अपने अकाउंट में पांच लाख रुपये से ज़्यादा रक़म नहीं रखनी चाहिए. ये आपका इमजरेंसी फंड होता है. और अगर आप चाहते हैं कि आपके बैंक के डूबने की स्थिति में आपका पैसा सुरक्षित रहे, तो आपके पास कई विकल्प हैं. अब आप भारतीय रिजर्व बैंक से सीधे तौर पर भी फंड्स ख़रीद सकते हैं. अगर आप मनी मार्केट से जुड़े फंड्स में भी अपना पैसा लगाते हैं, तो आपका पैसा वहां भी सुरक्षित रहेगा. साथ ही आपको सेविंग बैंक अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज के आसपास ही रिटर्न मिलेगा.
आपको कब होना चाहिए अलर्ट
धीरेंद्र कुमार के मुताबिक़, अगर कोई भी बैंक तेज़ी से बढ़ रहा है, तगड़ा मुनाफ़ा कमा रहा है, तो निवेशकों को सावधान हो जाना चाहिए. बैंकिग सेक्टर में एक ग़लती के चलते किसी बैंक का डूबना डिपॉज़िटर्स, शेयरहोल्डर्स सहित आम आदमी पर भी भारी पड़ सकता है. तो इस घटना का लोगों के लिए सबसे बड़ा सबक़ ये है कि जब भी किसी बैंक के शेयरों में निवेश करें तो ज़्यादा लालच न करें.
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ये लेख पहली बार मार्च 18, 2023 को पब्लिश हुआ.