उतार-चढ़ाव मार्केट का स्वभाव है। पिछले कुछ हफ्ते निवेशकों के लिए मुश्किल भर रहे हैं। बढ़ती महंगाई, मौद्रिक नीति में कड़ाई और रूस यूक्रेन जंग की वजह से मार्केट में गिरावट का दौर जारी है। इसकी वजह से इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फ़ंड के रिटर्न कम हो गए हैं। और यही निवेशकों के टेंशन की वजह है।
हालांकि इस समय अपना निवेश भुनाना सही नहीं होगा। इससे आपका नुकसान परमानेंट हो जाएगा। 2020 में कोविड की वजह से मार्केट में आई बड़ी गिरावट के दौरान बहुत से निवेशकों ने इक्विटी में अपना निवेश भुना लिया था और अपने नुकसान को परमानेंट बना लिया था। लेकिन जो लोग अपने निवेश के साथ बने रहे, उन लोगों ने मार्केट रिकवर होने पर नसिर्फ अपना नुकसान रिकवर किया बल्कि बाद में मार्केट में आई तेजी की वजह से बड़ा मुनाफ़ा भी कमाया।
आपको अपना निवेश कुछ खास हालात में ही भुनाना चाहिए। पहला, जब आपने अपना गोल हासिल कर लिया हो। दूसरा, अगर आपका फ़ंड अपनी कैटेगरी के दूसरे फ़ंड्स की तुलना में लगतार कम रिटर्न दे रहा हो। अगर आपको अभी पैसे की जरूरत नहीं है तो निवेश बनाए रखें। इस बात को याद रखें आपने निवेश क्यों शुरू किया था। अपने निवेश के गोल और निवेश की अवधि को समझें। अगर आप कम समय के लिहाज से देखें तो आपको इक्विटी मार्केट बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव वाला नजर आएगा। ऐसे में, आपको इक्विटी में तभी निवेश करना चाहिए जब आप कम से कम 5 साल के लिए निवेश बनाए रख सकें।
अगर आप ऐसे निवेशक हैं, जो मार्केट के उतार-चढ़ाव को लेकर आसानी से चिंतित हो जाते हैं, तो आपको अग्रेसिव हाइब्रिड फ़ंड में निवेश करना चाहिए। ये फंड अपनी असेट का लगभग 65-80% इक्विटी में और बाकी डेट में निवेश करते हैं। इक्विटी पोर्शन निवेशकों के लिए ऊंचा रिटर्न हासिल करने में मदद करता है और डेट पोर्शन मार्केट में गिरावट आने पर निवेश को सहारा देता है। इससे निवेशकों को सुकून मिलता है।
ये लेख पहली बार जून 03, 2022 को पब्लिश हुआ.