अगर मैं एनपीएस टियर 2 अकाउंट में निवेश करता हूं और हर तिमाही रकम निकालता लेता हूं। मेरी उम्मीद 11 फीसदी रिटर्न की है। क्या मुझे इस प्लान के साथ आगे जाना चाहिए। बैंक में ब्याज दरें काफी कम हो गईं हैं और मेरी आय भी टैक्स के दायरे में नहीं है। अगर मैं इस प्लान पर अमल करता हूं तो क्या कोई टैक्स देनदारी होगी ?
-आरएम माथुर
अगर आप की आय टैक्स के दायरे में नहीं है तो आप अपनी रकम कहीं भी सहूलियत के हिसाब से निवेश कर सकते हैं। इस लिहाज से एनपीएस आपके लिए अच्छा विकल्प है। लेकिन आप निवेश के इस विकल्प पर इस आधार पर विचार कर सकते हैं कि आप किस तरह का असेट अलॉकेशन चाहते हैं। एनपीएस में उपलब्ध निवेश के तीन विकल्पों में से चुनाव करना आपकी जिम्मेदारी है। यह आपके इस फैसले पर निर्भर करता है कि आप कितनी रकम फिक्स्ड इनकम के लिए अलॉट करना चाहेंगे। इसके अलावा आप कितनी रकम सरकारी बांड होल्ड करने वाले फंड के लिए अलॉट करेंगे और कितनी रकम आप कॉरपोरेट बांड में निवेश करने वाले फंड के लिए अलॉट करेंगे।
आप फिक्स्ड इनकम रिटर्न से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। इसके अलावा अगर आपकी आय 6.5 लाख रुपए है और आप 1.5 लाख रुपए टैक्स बचाने वाले विकल्पों में निवेश करते हैं तो इससे आपको रिटायरमेंट के दौरान आपकी बाकी 5 लाख रुपए की आय पर टैक्स न चुकाने की सुविधा मिलेगी।
हालांकि एनपीएस में निवेश करने के आपके प्लान के लिए मेरा सुझाव है कि इक्विटी में 20-30 फीसदी से ज्यादा अलॉकेट न करें। इसके अलावा, आपको रकम बाकी फिक्स्ड इनकम अलॉकेशन से निकालने को लेकर प्लान करना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि आप इक्विटी में निवेश की गई मूल रकम नहीं निकालेंगे और यह रकम निवेश में बनी रहेगी। अगर आप एनपीएस के साथ ऐसा नहीं कर सकते हैं तो समान म्युचुअल फंड के साथ यही रणनीति अपनाई जा सकती है लेकिन इसमें निवेश कर लागत थोड़ी अधिक होगी।