फंड न्यूज़

UTI म्यूचुअल फ़ंड की कुछ स्कीमों के फ़ंड मैनेजर में बदलाव

इन्वेस्को म्यूचुअल फ़ंड की कुछ स्कीमों के फ़ंड मैनेजर बदले गए

UTI म्यूचुअल फ़ंड ने 01 मई 2025 से UTI सिल्वर ETF और UTI गोल्ड ETF के लिए मौजूदा फ़ंड मैनेजर निरंजन दास की जगह आयुष जैन (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर) और शरवन कुमार गोयल को फ़ंड मैनेजर बनाने का ऐलान किया है.

इस बीच, 08 अप्रैल 2025 से नीचे बताए गए स्कीमों में बदलाव लागू है

स्कीमें मौजूदा फ़ंड मैनेजर नए फ़ंड मैनेजर
UTI डायनेमिक बॉन्ड फ़ंड सुधीर अग्रवाल पंकज पाठक
UTI फ्लेक्सी कैप फ़ंड रवि गुप्ता (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर) औरअजय त्यागी कमल गडा (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर),रवि गुप्ता (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर) औरअजय त्यागी
UTI फ्लोटर फ़ंड सुधीर अग्रवाल पंकज पाठक
UTI गिल्ट फ़ंड सुधीर अग्रवाल पंकज पाठक
UTI शॉर्ट ड्यूरेशन फ़ंड सुधीर अग्रवाल अनुराग मित्तल
UTI यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान फ़ंड रवि गुप्ता (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर - इक्विटी),सुनील मधुकर पाटिल (फ़ंड मैनेजर - डेट) औरअजय त्यागी (फ़ंड मैनेजर - इक्विटी) रवि गुप्ता (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर - इक्विटी),सुनील मधुकर पाटिल (फ़ंड मैनेजर - डेट),अजय त्यागी (फ़ंड मैनेजर - इक्विटी) औरकमल गडा (असिस्टेंट-फ़ंड मैनेजर - इक्विटी)

वैल्यू रिसर्च धनक से पूछें aks value research information

कोई सवाल छोटा नहीं होता. पर्सनल फ़ाइनांस, म्यूचुअल फ़ंड्स, या फिर स्टॉक्स पर बेझिझक अपने सवाल पूछिए, और हम आसान भाषा में आपको जवाब देंगे.


टॉप पिक

NPS के इंप्लॉयर कंट्रीब्यूशन से क्या इस साल टैक्स बच सकता है?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

IDFC फ़र्स्ट बैंक बार-बार क्यों मांग रहा है पैसा?

पढ़ने का समय 5 मिनटKunal Bansal

जिस दिन इन्फ़ोसिस को बेच देना चाहिए था: वैल्यूएशन से जुड़ा एक मुश्किल सबक़

पढ़ने का समय 5 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा गोल्ड, क्या आपको अब भी इसमें ख़रीदारी करनी चाहिए?

पढ़ने का समय 4 मिनटउज्ज्वल दास

धैर्य का फ़ायदा: लॉन्ग-टर्म निवेश कैसे दिखाता है अपना जादू

पढ़ने का समय 4 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

सोना: क्या आपके पोर्टफ़ोलियो में सोने को जगह मिलनी चाहिए?

जब दुनिया का आर्थिक ढांचा बदल रहा हो, तो सोने को फिर से देखना ज़रूरी हो सकता है--फिर चाहे आप अब तक इसके आलोचक ही क्यों न रहे हों.

दूसरी कैटेगरी