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मुझे लगातार न्यू फ़ंड ऑफ़र (NFO) के विज्ञापन दिख रहे हैं. क्या मुझे उनमें निवेश करना चाहिए या ट्रैक रिकॉर्ड वाले मौजूदा म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना चाहिए? — सब्सक्राइबर
किसी भी नई चीज़ की ओर आकर्षित होना स्वाभाविक है. ख़ासकर तब, जब उसे अगली बड़ी चीज़ के रूप में पेश किया जाए. लेकिन निवेश की दुनिया में "नया" होने का मतलब ये नहीं कि वो "बेहतर" भी हो.
ज़्यादातर NFOs ऐसा कुछ भी नया नहीं लाते हैं. कई मामलों में, वो वही स्ट्रैटेजी अपनाते हैं जो पहले से अच्छी तरह मैनेज किए गए म्यूचुअल फ़ंड्स में मौजूद होती हैं. वहीं, NFOs के पास कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता. जिससे ये तय करना मुश्क़िल हो जाता है कि फ़ंड मैनेजर मार्केट के उतार-चढ़ाव को कैसे मैनेज करते हैं, रिस्क मैनेजमेंट कैसे करते हैं और अपनी स्ट्रैटेजी को कैसे अमल में लाते हैं.
किसी फ़ंड को सिर्फ़ इसलिए चुनना कि वो नया है, वैसा ही है जैसे किसी क्रिकेटर को अपना पहला मैच खेले बिना ही अपनी टीम में शामिल कर लेना, जबकि आपके पास पहले से अनुभवी और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड खिलाड़ी मौजूद हैं.
इसलिए जब तक कोई NFO वाक़ई में कुछ अलग पेश नहीं करता है, जैसे कोई नया एसेट क्लास या ऐसी स्ट्रैटेजी जो अब तक देखने न मिली हो. तब तक लगातार अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले मौजूदा फ़ंड के मुक़ाबले NFO चुनना बेतुका साब़ित होता है.
वेल्थ बनाना इस बात पर निर्भर नहीं करता कि क्या चलन में है बल्कि इस बात पर निर्भर करता है कि क्या कारगर है. और जो कारगर है वो है अनुशासन, समय और उन फ़ंड्स में बने रहना जो ख़ुद को पहले ही साबित कर चुके हैं.
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ये लेख पहली बार अप्रैल 08, 2025 को पब्लिश हुआ.