AI-generated image
क्या PPF की ब्याज दर पूरी 15 साल की अवधि के लिए तय रहती है? और, ब्याज की कैलकुलेशन कैसे की जाती है? - एक पाठक
नहीं, PPF की ब्याज दर पूरे 15 साल की अवधि के लिए फ़िक्स नहीं रहती है.
ये हर तिमाही में मौजूदा बाज़ार स्थितियों के आधार पर चेक होती है और रिवाइज़ की जाती है. इसलिए, आपके PPF अकाउंट पर लागू ब्याज दर 15 साल की अवधि के दौरान कई बार बदल सकती है. उदाहरण के लिए, बीते एक दशक में PPF ब्याज दर 8.7 फ़ीसदी से 7.1 फ़ीसदी के दायरे में बदल चुकी है. मौजूदा तिमाही (अप्रैल से जून 2025) के लिए, ये 7.1 फ़ीसदी है.
अपने PPF ब्याज को कैसे बढ़ाएं?
आपके PPF बैलेंस पर ब्याज हर महीने कैलकुलेट किया जाता है, लेकिन इसे आपके अकाउंट में फ़ाइनेंशियल ईयर के अंत में जमा किया जाता है. ब्याज की कैलकुलेशन हर महीने की पांचवे दिन से लेकर महीने के अंत तक आपके अकाउंट में सबसे कम बैलेंस पर की जाती है. इसलिए, अगर आप ज़्यादा ब्याज हासिल करना चाहते हैं, तो आपको हर महीने की पांचवी तारीख़ से पहले नई धनराशि जमा करनी चाहिए.
मान लीजिए कि आपके PPF अकाउंट में 1 अप्रैल को ₹5 लाख हैं और आप 10 अप्रैल को ₹50,000 जमा करते हैं. इस मामले में, अप्रैल महीने के लिए ब्याज केवल ₹5 लाख पर ही कैलकुलेट किया जाएगा, क्योंकि अतिरिक्त जमा 5 तारीख़ के बाद किया गया है. 7.1% सालाना ब्याज दर पर, अप्रैल का ब्याज ₹2,958 (₹5,00,000 × 7.1% ÷ 12) होगा.
अगर आपने 5 तारीख़ से पहले ₹50,000 जमा किए होते, तो ब्याज ₹5.5 लाख पर कैलकुलेट किया जाता, जिससे आपको ज़्यादा रिटर्न मिलता.
एक और ख़ास बात ये है कि PPF ब्याज सालाना कंपाउंड होता है, और जो भी ब्याज मिलता है, वो पूरी तरह से टैक्स-फ़्री होता है.
ये भी पढ़ें: क्या NRI अपना मौजूदा PPF अकाउंट जारी रख सकते हैं?
ये लेख पहली बार अप्रैल 03, 2025 को पब्लिश हुआ.