The Scroll-to-Millionaire Challenge: हर हक़ीक़त पहले सपना होती है!
क्या आपने कभी सोचा है कि अपने फ़ोन पर स्क्रॉल करते-करते आप करोड़पति बन सकते हैं? ये बात थोड़ी, नहीं असल में काफ़ी फ़िल्मी लगती है न? लेकिन यही तो है Scroll-to-Millionaire Challenge का मज़ेदार कॉन्सेप्ट, जो Gen Z के दिलो-दिमाग़ पर छा गया है. इन्स्टाग्राम, और ट्विटर जो अब X है उस पर फ़िनफ्लुएंसर्स चिल्ला-चिल्ला कर कहते हैं, "भाई (बहन!), एक स्टॉक या क्रिप्टो में पैसा डाल दो, जल्दी करोड़पति हो जाओगे!" भारत में ये ट्रेंड तेज़ी से फैल रहा है—लोग अपनी सेविंग्स निकाल कर स्टॉक्स, क्रिप्टोकरेंसी, या साइड हसल्स (साइड हसल क्या होता है आपको बताने की ज़रूरत नहीं कि ये साइड में किया जाने वाला हसल है!) में लगा रहे हैं. लेकिन क्या ये सब इतना आसान है जितना दिखता है? चलो, एक रियल स्टोरी सुनते हैं—मुंबई की आशी की, जो 24 साल की है और इस चैलेंज में सिर के बल कूद पड़ी थी. उसकी जर्नी से हमें कुछ सीखने को मिलेगा, दिमाग़ खुला रखें, सीखने को ये भी मिल सकता है कि क्या नहीं करना है, और ये भी कि आपकी फ़ाइनेंशियल फ़्रीडम के सपने सच कैसे हो सकते हैं.
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आशी की शुरुआत: हाइप में कूदी, रियलिटी में अटकी
एक शाम आशी अपने छोटे से मुंबई फ़्लैट में बैठी थी, इंस्टा पर स्क्रॉल कर रही थी. तभी एक वीडियो ने उसकी आंखों में जैसे फ़्लैश लाइट डाल दी: "मैंने 6 महीने में ₹1 करोड़ कमाया क्रिप्टो से!" उस इन्फ़्लुएंसर का कॉन्फ़िडेंस और स्वैग देख कर आशी का दिमाग़ ही चकरा गया, क्या ये सच में इतना सॉलिड है? उसने सोचा, " और अगर ये कर सकता है, तो मैं क्यों नहीं?" उसने अपनी सेविंग्स वाला पर्स अलमारी से निकालना जिसमें ₹50,000 कैश थे—जो उसने 2 साल में साइड गिग्स से जोड़े थे—और एक ट्रेंडिंग क्रिप्टो में डाल दिए. X पर लोग चिल्ला रहे थे, "ये coin तो moon पर जाएगा!" आशी ने एक इंस्टा स्टोरी डाली: "On my way to millions!" दिल में जोश, आखों में "₹" का साइन चमकने लगा था.
लेकिन ज़िंदगी कोई मूवी तो है नहीं. एक हफ़्ते बाद, क्रिप्टो मार्केट क्रैश हो गया! आशी का इन्वेस्टमेंट 50% की डुबकी लगा गया—यानी ₹25,000 हवा हो गए. ये बात अक्तूबर 2023 की थी जब क्वाइनडेस्क के साथ ऐसा हुआ था. ख़ैर, वो अपने कमरे में बैठी सोच में पड़ी हुई थी, "ये क्या हो गया? मेरे दोस्त नए फ़ोन ले रहे हैं, और मैं यहां लॉस कैलकुलेट कर रही हूं." उसकी एक फ़्रेंड ने फ़ोन पर बात करते हुए कहा, "आशी, ये सब हाइप है, तू सही में रिसर्च क्यों नहीं करती?" ये सुन कर तो उसे ग़ुस्सा ही आ गया, एक तो पैसे गए ऊपर से रिसर्च का ज्ञान मिल रहा है. लेकिन कुछ देर बाद शांत हुई तो उसने ठान लिया कि वो हार मानने वाली तो है नहीं. उसने किताबें ख़रीदीं, यू ट्यूब वीडियोज़ की बिंज वॉचिंग की, और 'सही में रिसर्च' करते सेबी की गाइडलाइन्स भी पढ़ी. और तब जा कर कुछ-कुछ समझ आने लगा कि ब्रो! इन्वेस्टमेंट में शॉर्टकट नहीं चलते—ये तो लंबा गेम है.
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एक नई शुरुआत
अब जब एक तरह की बातें स्क्रॉल करोगे तो उसी तरह की बातें ही टाइमलाइन पर आएंगी? सोशल मीडिया की ये बात कुछ ज़्यादा spooky टाइप हो गई है, पर इस पर फिर कभी बात करेंगे. तो, एक दिन आशी अपना फ़ोन स्क्रॉल कर रही थी, तभी उसकी टाइम लाइन पर एक आर्टिकल आया—"SIP क्या है?" उसने पढ़ा, फिर एक और आर्टिकल पर क्लिक किया "म्यूचुअल फ़ंड क्या हैं?" ये पढ़ कर उसे समझ आने लगा कि इन लेखों में कही बातें सही लगती हैं उसके लिए परफ़ेक्ट है!
उसने पहली बार समझा कि म्यूचुअल फ़ंड्स कैसे काम करते हैं. स्टेप-बाय-स्टेप समझा कि SIP क्या है, कंपाउंडिंग का जादू क्या है, और रिस्क कैसे मैनेज करना है.
आशी ने एक फ़्री ईबुक में एक लाइन अंडरलाइन की: "इस बात की कोई गारंटी नहीं कि आपका परफ़ेक्ट प्लान असल में परफ़ेक्ट ही होगा, और इस सोच-विचार के बीच आप अपने रिटर्न को गंवा रहे होते हैं. सरल निवेश से शुरुआत करें, मगर इंतज़ार करने के बजाए उसे जल्दी शुरू करें." ये पढ़ कर उसका कॉन्फ़िडेंस बढ़ा. उसने सोचा, "भाई, 24 साल की हूं, इससे जल्दी क्या होगा?" साथ ही, उसने रातों रात अमीर बनाने वाले वीडियो छोड़ दिए. उनके चैनल ही अनफ़ॉलो कर दिए. अब उसके वीडियो इन्वेस्टमेंट की सही बातें करने वाले थे. जहां एक्सपर्ट इन्वेस्टमेंट और पर्सनल फ़ाइनांस को मज़ेदार तरीक़े से समझा रहे थे. एक वीडियो में कहा गया था, "भाई, पैसा जल्दी नहीं, धीरे-धीरे बनता है—लेकिन बनता ज़रूर है." ये सुन कर आशी को लगा कि वो अब सही ट्रैक पर है क्योंकि धीरे-धीरे ही सही, पर बनना ज़रूर चाहिए.
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साइड हसल का ट्विस्ट: पैशन से प्रॉफिट
आशी ने सिर्फ़ इन्वेस्टमेंट ही नहीं सीखा, बल्कि एक साइड हसल भी शुरू किया. उसे हमेशा से सस्टेनेबिलिटी में इंटरेस्ट था, तो उसने इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स—जैसे बांस के टूथब्रश और रीयूज़ेबल बैग्स—ऑनलाइन बेचने का फ़ैसला किया. शुरुआत में उसके घर का एक कोना स्टॉक से भर गया, और पहले महीने में सिर्फ़ 5 ऑर्डर आए. लेकिन उसने पढ़ा था कि "छोटे क़दम भी बड़े रिज़ल्ट्स लाते हैं." उसने इन्स्टा पर अपने प्रोडक्ट्स प्रमोट किए और धीरे-धीरे ऑर्डर्स बढ़ने लगे. अब वो हर महीने ₹20,000 कमा लेती है, जो उसके म्यूचुअल फ़ंड SIP में जाता है. ये साइड हसल उसे फ़ाइनेंशियल फ़्रीडम के साथ अपने पसंद के काम को करने का मौक़ा दे रहा है.
आशी के सबक़ (और आपके भी)
- रिसर्च ज़रूरी है: सोशल मीडिया की हर सलाह सच नहीं होती.
- रिस्क समझो: क्रिप्टो में हाई रिवॉर्ड की बात होती है, लेकिन उसकी वोलैटिलिटी उसे रिस्की बनाती है. इस लिए अपनी रिस्क सहने की क्षमता को पहचानना ज़रूरी है.
- डायवर्सिफ़ाई करो: सारा पैसा एक जगह मत डालो.
- धैर्य रखो: बड़ी पूंजी बनाने का कोई शॉर्टकट नहीं है. निवेश में धीरज रखना सबसे बड़ी ज़रूरत भी है और कला भी.
सपने सच होते हैं
आशी की स्टोरी बताती है कि स्क्रॉल करके करोड़पति बनने का सपना अच्छा है, लेकिन असली सफलता नॉलेज और डिसिप्लिन से मिलती है.
आप अपने निवेश की शुरुआत धनक के साथ इसी वक़्त कर सकते हैं. जहां आपको सही जानकारियां, समझ और टूल्स के साथ निवेश के सुझाव, ज़रूरी पैरामीटर्स के आंकड़े वग़ैरह सभी कुछ मिल जाएगा. इसमें से अधिकतर चीज़ें फ़्री हैं. जिसके लिए आपको बस अपना समय देना है ताकि आप समझ सकें कि आपकी मेहनत का पैसा कहां लगेगा, कैसे बढ़ सकता है और उसके साथ क्या रिस्क जुड़े हैं. और हां, भारी उतार-चढ़ाव के दौर में आपको क्या करना चाहिए इसकी पूरी समझ भी आपको यहां मिलेगी जो अक्सर लंबे समय के निवेश का सबसे ज़रूरी पहलू साबित होती है.
तो, अगली बार जब कोई फ़िनफ्लुएंसर "क्विक कैश" का लालच दे, आशी की तरह सही जगह जाओ, सीखो, और अपने फ़ाइनेंशियल फ़्यूचर को अपने हाथ में लो. ये है असली "Scroll-to-Millionaire" का सही रास्ता!
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ये लेख पहली बार मार्च 26, 2025 को पब्लिश हुआ.