अगर आप निवेशक हैं या शेयर बाज़ार में रुचि रखते हैं, तो आपने 'EBITDA' शब्द ज़रूर सुना होगा. लेकिन ये असल में क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है? क्या ये किसी कंपनी की वास्तविक कमाई दिखाता है? आइए विस्तार से समझें.
EBITDA का पूरा नाम और अर्थ
EBITDA का पूरा नाम Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization है, जिसे हिंदी में ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय कहा जाता है. ये किसी कंपनी की मूलभूत संचालन क्षमता (Basic Operating Capability) को दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
EBITDA कैसे कैलकुलेट होता है?
EBITDA का फ़ॉर्मूला इस तरह है: EBITDA = Net Profit + Interest + Taxes + Depreciation + Amortization
मिसाल के तौर पर: अगर किसी कंपनी का शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफ़िट) ₹50 करोड़ है, ब्याज ₹10 करोड़, कर ₹5 करोड़ और मूल्यह्रास व परिशोधन (Depreciation, and Amortization) ₹15 करोड़ है, तो: EBITDA = 50 + 10 + 5 + 15 = ₹80 करोड़ होगा.
EBITDA का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
-
ऑपरेटिंग परफ़ॉर्मेंस की तुलना:
ये कंपनियों की कोर ऑपरेटिंग परफ़ॉर्मेंस की तुलना करने में मदद करता है, ख़ासतौर से तब जब वे अलग-अलग टैक्स स्ट्रक्चर में काम कर रही हों.
-
कैश फ़्लो की समझ:
ये कंपनी के नकदी प्रवाह (cash flow) की स्थिति को दिखाने में मददगार हो सकता है.
- बैंक और निवेशकों के लिए सहायक: लोन देने वाले बैंक और निवेशक EBITDA का इस्तेमाल कंपनी की फ़ाइनेंशियल हेल्थ समझने के लिए करते हैं.
EBITDA की सीमाएं
हालांकि EBITDA कंपनियों के प्रदर्शन को समझने में सहायक हो सकता है, लेकिन कंपनी की हैल्थ की पूरी कहानी नहीं बताता.
-
ऋण (Debt) को नज़रअंदाज करता है:
EBITDA ब्याज ख़र्च को नहीं दिखाता, जिससे ये कंपनी के असली फ़ाइनेंशियल हेल्थ को छुपा सकता है.
-
मूल्यह्रास और परिशोधन की अनदेखी:
ये ख़र्च वास्तविक होते हैं और कंपनी के मुनाफ़े पर असर करते हैं, लेकिन EBITDA इनको नहीं गिनता.
- मुनाफ़े का वास्तविक पैमाना नहीं: चार्ली मंगर ने EBITDA के बारे में कहा था कि इसे 'bullshit earnings' कहना ज़्यादा सही होगा, क्योंकि ये ज़रूरी लागतों को हटाकर एक कृत्रिम लाभ दिखाने की कोशिश करता है.
EBITDA बनाम नेट प्रॉफ़िट
नीचे एक टेबल दी गई है जो EBITDA और नेट प्रॉफ़िट के बीच बड़े अंतर को दिखाती है:
पैरामीटर | EBITDA | नेट प्रॉफ़िट |
---|---|---|
परिभाषा | ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय | सभी ख़र्चों को घटाने के बाद बचा हुआ लाभ |
क्या दिखाता है? | ऑपरेटिंग परफ़ॉर्मेंस | वास्तविक लाभ |
ऋण (Debt) का असर | शामिल नहीं | शामिल |
कर (Tax) का प्रभाव | शामिल नहीं | शामिल |
इसका इस्तेमाल | तुलनात्मक अध्ययन | कंपनी की सही वित्तीय स्थिति |
क्या EBITDA निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है?
इसी को लेकर चार्ली मंगर का कहना था, "I think that every time you see the word EBITDA, you should substitute the words bullshit earnings." उनकी ये बात निवेशकों को EBITDA पर अंधविश्वास न करने की चेतावनी देती है. उनका मानना था कि ये एक भ्रम पैदा करने वाला पैमाना (मीट्रिक) है, जो ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास और परिशोधन (Depreciation, and Amortization) जैसे महत्वपूर्ण ख़र्चों को नज़रअंदाज कर कंपनियों की फ़ाइनेंशियल हेल्थ को बेहतर दिखाने की कोशिश करता है. मंगर जैसे अनुभवी निवेशकों का सुझाव है कि EBITDA की बजाय असली मुनाफ़े और कैश फ्लो पर ध्यान देना अधिक उपयोगी होता है.
इसकी उपयोगिता इस बात पर निर्भर करती है कि आप इसे किस नज़रिए से देख रहे हैं. अगर आप किसी कंपनी की कोर ऑपरेटिंग परफ़ॉर्मेंस देखना चाहते हैं, तो ये काम का हो सकता है. लेकिन अगर आप कंपनी की असली फ़ाइनेंशियल हेल्थ (वित्तीय स्थिति) और मुनाफ़े (लाभप्रदता) को समझना चाहते हैं, तो नेट प्रॉफ़िट, फ़्री कैश फ़्लो और कंपनी के क़र्ज़ की स्थिति को देखना ज़्यादा बेहतर होगा.
EBITDA पर सबसे ज़्याादा पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. EBITDA और नेट प्रॉफ़िट में क्या अंतर है?
EBITDA ऑपरेटिंग परफ़ॉर्मेंस को दिखाता है जबकि नेट प्रॉफ़िट कंपनी की वास्तविक लाभप्रदता को दर्शाता है.
2. EBITDA का उपयोग निवेशकों को कैसे करना चाहिए?
इसे अन्य वित्तीय मैट्रिक्स के साथ मिलाकर देखना चाहिए, ताकि कंपनी की असली स्थिति का पता चल सके.
3. क्या EBITDA किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति को बेहतर दिखाने का तरीक़ा हो सकता है?
हां, कुछ कंपनियां ग़ैर-ज़रूरी ख़र्चों को हटाकर अपने EBITDA को अधिक दिखाने की कोशिश कर सकती हैं.
4. क्या EBITDA ऋणग्रस्त कंपनियों के लिए सही मापदंड है?
नहीं, क्योंकि ये ब्याज ख़र्च को नज़रअंदाज करता है, जिससे क़र्ज़ में डूबी कंपनियों की वास्तविक स्थिति नहीं दिखती.
5. क्या EBITDA को अकेले देखकर निवेश करना सही है?
नहीं, निवेशकों को EBITDA के अलावा अन्य मैट्रिक्स जैसे नेट प्रॉफि़ट और कैश फ़्लो को भी देखना चाहिए.
ये लेख पहली बार फ़रवरी 20, 2025 को पब्लिश हुआ.