क्यों ज़रूरी है रिटायरमेंट प्लानिंग?
रिटायरमेंट एक ऐसा समय होता है जब नियमित आय (रेग्युलर इनकम) का ज़रिया नहीं होता, लेकिन ख़र्चे बने रहते हैं. आज की महंगाई दर और जीवनशैली को देखते हुए, एक मज़बूत रिटायरमेंट प्लानिंग बेहद ज़रूरी हो गई है. नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक ऐसा निवेश है, जो न सिर्फ़ आपके रिटायरमेंट को सुरक्षित बनाता है बल्कि टैक्स सेविंग (Tax Saving) और बेहतर रिटर्न (Returns) भी देता है.
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है?
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) सरकार द्वारा प्रायोजित रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जिसे पेंशन फ़ंड रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा नियंत्रित किया जाता है. इसमें निवेशक अपने रिटायरमेंट के लिए पैसे बचा सकते हैं और साथ ही टैक्स सेविंग का फ़ायदा उठा सकते हैं.
NPS के दो तरह के हैं:
-
टियर-1 अकाउंट:
मुख्य रिटायरमेंट अकाउंट, जिसमें लॉक-इन पीरियड होता है और टैक्स बेनिफ़िट मिलता है.
- टियर-2 अकाउंट: ये एक वॉलंटरी अकाउंट है, जिसमें निवेशक अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ पैसा जमा और निकाल सकते हैं.
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(i) हाई रिटर्न और कंपाउंडिंग का फ़ायदा
NPS
में आपका पैसा
इक्विटी (Equity) और डेट (Debt) फ़ंड्स
में निवेश किया जाता है, जिससे लंबे समय में अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
NPS मार्केट से जुड़े होने के कारण EPF और PPF
जैसे दूसरे रिटायरमेंट फ़ंड्स से ज़्यादा रिटर्न दे सकता है.
निवेश विकल्प | औसत वार्षिक रिटर्न (%) |
---|---|
NPS (10+ साल) | 9-12% |
PPF | 7.10% |
EPF | 8.15% |
बैंक FD | 6-7% |
(स्रोत: PFRDA, RBI, EPFO, 2024) |
(ii) टैक्स सेविंग का बेहतरीन विकल्प
NPS निवेशकों को कई तरह के
टैक्स बेनेफ़िट
मिलते हैं:
-
धारा 80CCD(1):
NPS में निवेश पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट (80C की सीमा में).
-
धारा 80CCD(1B):
अतिरिक्त ₹50,000 तक की टैक्स छूट (80C के अलावा).
- धारा 80CCD(2): नियोक्ता (Employer) के योगदान पर भी टैक्स छूट (10% of Basic + DA).
(iii) लो कॉस्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन
NPS की फ़ंड मैनेजमेंट फ़ीस दूसरे म्यूचुअल फ़ंड्स की तुलना में
काफ़ी कम (0.01% - 0.09%)
होती है, जिससे निवेशकों को लॉन्ग-टर्म में ज़्यादा फ़ायदा मिलता है.
(iv) एन्युटी (Annuity) से जीवनभर पेंशन का फ़ायदा
रिटायरमेंट के बाद, NPS निवेशक अपनी जमा राशि का
60% हिस्सा एकमुश्त निकाल सकते हैं
और बाक़ी 40% से एन्युटी प्लान ख़रीद सकते हैं, जिससे उन्हें
मासिक पेंशन मिलती रहेगी.
NPS में कैसे निवेश करें?
(i) कौन NPS में निवेश कर सकता है?
-
18 से 70 साल की उम्र
के भारतीय नागरिक.
-
सैलरी पाने वाले
और अपना
रोज़गार (Self-employed)
दोनों के लिए सही है.
- NRI भी इसमें निवेश कर सकते हैं.
(ii) NPS में अकाउंट कैसे खोलें?
आप
ऑनलाइन (eNPS) या ऑफ़लाइन
तरीक़े से NPS अकाउंट खोल सकते हैं.
ऑनलाइन अकाउंट खोलने की प्रक्रिया:
-
NPS की आधिकारिक वेबसाइट (
enps.nsdl.com या enps.karvy.com
) पर जाएं.
-
Aadhaar
, PAN, या मोबाइल नंबर
से रजिस्ट्रेशन करें.
- KYC पूरी करें और पेमेंट करके अकाउंट एक्टिवेट करें.
ऑफ़लाइन अकाउंट खोलने की प्रक्रिया:
- किसी भी बैंक, पोस्ट ऑफ़िस या प्वाइंट ऑफ़ प्रजेंस (POP) से फ़ॉर्म भरकर NPS अकाउंट खोल सकते हैं.
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NPS Vs दूसरी रिटायरमेंट योजनाएं
फ़ीचर | NPS | EPF | PPF |
---|---|---|---|
रिटर्न | 9-12% | 8.15% | 7.10% |
टैक्स छूट | 80C + 80CCD(1B) | 80C | 80C |
लिक्विडिटी | 60 साल बाद | रिटायरमेंट पर% | 15 साल बाद |
पेंशन सुविधा | हां | नहीं | नहीं |
NPS के संभावित नुक़सान
-
लॉक-इन पीरियड:
60 साल की उम्र तक आंशिक निकासी (partial withdrawal) ही संभव है.
- अनिवार्य एन्युटी: कुल फ़ंड का 40% अनिवार्य रूप से पेंशन प्लान में लगाना होता है.
लेकिन, अगर आप लॉन्ग टर्म फ़ाइनेंशियल सिक्योरिटी चाहते हैं, तो NPS बेस्ट है.
क्या आपको NPS में निवेश करना चाहिए?
अगर आप एक टैक्स सेविंग, हाई-रिटर्न और सुरक्षित रिटायरमेंट प्लान चाहते हैं, तो NPS एक बेहतरीन निवेश विकल्प है. महंगाई, जीवन प्रत्याशा और वित्तीय अनिश्चितताओं को देखते हुए, ये योजना आपके सुरक्षित भविष्य के लिए भरोसे की बात है.
आपका रिटायरमेंट सुरक्षित और समृद्ध हो - आज ही NPS में निवेश करें!
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नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से जुड़े आम सवाल (FAQs)
1. NPS में मिनिमम और मैक्सिमम निवेश कितना है?
NPS में टियर 1 अकाउंट के लिए मिनिमम निवेश ₹500 प्रति योगदान और ₹1,000 प्रति वर्ष है. टियर 2 अकाउंट में कोई न्यूनतम निवेश सीमा नहीं है. अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है.
2. NPS से पैसा कब और कैसे निकाल सकते हैं?
60 साल की उम्र के बाद, आप 60% रकम निकाल सकते हैं और 40% से एन्युटी ख़रीदनी होती है.
आंशिक निकासी केवल
शिक्षा, शादी, चिकित्सा आपातकाल, घर ख़रीदने
के लिए हो सकती है.
3. क्या NPS में जोखिम (Risk) होता है?
चूंकि NPS का पैसा इक्विटी और डेट फ़ंड्स में निवेश होता है, इसलिए इसमें कुछ जोखिम होता है. हालांकि, लॉन्ग टर्म में ये हाई रिटर्न दे सकता है.
4. क्या NPS और म्यूचुअल फ़ंड एक जैसे हैं?
नहीं, NPS में जोखिम कम और टैक्स बेनिफ़िट ज़्यादा होते हैं, जबकि म्यूचुअल फ़ंड्स ज़्यादा लिक्विड होते हैं लेकिन ज़्यादा जोखिम भरे हो सकते हैं.
5. क्या NPS में नामांकन (Nominee) जोड़ा जा सकता है?
हां, NPS में नामांकन सुविधा उपलब्ध है और आप किसी को भी नॉमिनी बना सकते हैं.
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ये लेख पहली बार फ़रवरी 12, 2025 को पब्लिश हुआ.