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एंजेल वन निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स फ़ंड और ETF एंजेल वन म्यूचुअल फ़ंड द्वारा लॉन्च किए जाने वाले शुरुआती प्रोडक्ट हैं.
एंजेल वन ने SEBI के रेग्युलेटरी प्रतिबंधों के बाद इन दो स्कीम्स को लॉन्च किया है, जिससे उसके ब्रोकिंग रेवेन्यू प्रभावित हो रहे हैं.
एंजेल वन का नया फ़ंड और ETF 10 फ़रवरी, 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 21 फ़रवरी, 2025 तक पब्लिक के लिए खुला रहेगा.
एंजेल वन निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स फ़ंड और ETF दोनों ही पैसिव फ़ंड हैं, जिसका अर्थ है कि वे निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स की नकल करने का प्रयास करेंगे.
एंजिल वन निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स/ETF NFO पर एक नज़र
NFO पीरियड | 10 फ़रवरी से 21 फ़रवरी, 2025 |
बेंचमार्क | निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स |
फ़ंड मैनेजर | मेहुल दामा और केवल शाह |
टैक्स ट्रीटमेंट | अगर यूनिट एक साल के भीतर बेची जाती हैं, तो कैपिटल गेन पर 20% टैक्स लगेगा.अगर यूनिट एक साल के बाद बेची जाती हैं, तो कैपिटल गेन पर 12.5% टैक्स लगेगा. हालांकि, ₹1.25 लाख तक के फ़ायदे पर टैक्स नहीं लगेगा. |
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स के बारे में
चूंकि एंजेल वन स्कीम्स निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करेंगी, इसलिए आइए इस पर ज़्यादा विस्तार से नज़र डालते हैं.
इस इंडेक्स में फ़्री-फ़्लोट मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के आधार पर शीर्ष 750 स्टॉक शामिल हैं, जिन्हें इस प्रकार वर्गीकृत किया गया है:
कैटेगराइजेशन | स्टॉक्स की संख्या | निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स में वेटेज (%) | निफ़्टी 500 इंडेक्स में वेटेज (%) |
---|---|---|---|
लार्ज-कैप | टॉप 100 स्टॉक (1-100) | 70.6 | 73.6 |
मिड-कैप | अगले 150 स्टॉक (101-250) | 16.9 | 17.6 |
स्मॉल-कैप | अगले 250 स्टॉक (251-500) | 9.3 | 8.7 |
माइक्रो-कैप | अगले 250 स्टॉक (501-750) | 3.0 | - |
मूल रूप से, इस इंडेक्स में निफ़्टी 500 इंडेक्स (1 से 500) के सभी स्टॉक शामिल हैं, साथ ही मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से अगले 250 सबसे बड़े स्टॉक भी शामिल हैं. हालांकि, ध्यान देने योग्य बात ये है कि SEBI आधिकारिक तौर पर माइक्रो-कैप स्टॉक को वर्गीकृत नहीं करता है.
इंडेक्स साल में दो बार-- एक बार जनवरी में और फिर जुलाई में रीबैलेंसिंग से गुजरता है.
क़रीब से देखने पर, ये इंडेक्स निफ़्टी 500 इंडेक्स से काफ़ी मिलता-जुलता है.
इसके भाग और सेक्टोरल वेटेज
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स और निफ़्टी 500 में टॉप 10 शेयरों का वेटेज लगभग समान है, जैसा कि आप नीचे देख सकते हैं:
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स और निफ़्टी 500 के टॉप 10 स्टॉक और उनका वेटेज
कंपनी का नाम | निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स (%) | निफ़्टी 500 (%) |
---|---|---|
HDFC बैंक | 7.0 | 7.3 |
ICICI बैंक | 4.8 | 5.0 |
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ | 4.7 | 4.8 |
इंफोसिस | 3.7 | 3.8 |
भारती एयरटेल | 2.4 | 2.5 |
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ | 2.3 | 2.4 |
लार्सन एंड टुब्रो | 2.3 | 2.4 |
ITC | 2.3 | 2.3 |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 1.6 | 1.7 |
एक्सिस बैंक | 1.5 | 1.6 |
स्रोतः इंडेक्सों की फ़ैक्टशीट. डेटा 31 जनवरी, 2025 तक का है |
सेक्टोरल वेटेज भी यही कहानी बयां करता है.
दोनों इंडेक्स में टॉप 5 सेक्टर एक जैसे हैं और लगभग समान वेटेज दोनों इंडेक्स के बीच समानता को और पुष्ट करता है.
टॉप-5 सेक्टर और उनके वेटेज
सेक्टर | निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स (%) | निफ़्टी 500 (%) |
---|---|---|
फ़ाइनेंशियल सर्विसेज़ | 28.6 | 29.3 |
एन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी | 10.1 | 10.5 |
ऑयल, गैस और फ्यूल | 7.4 | 7.6 |
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स | 6.9 | 7.0 |
ऑटोमोबाइल और ऑटो कम्पोनेंट्स | 6.9 | 6.9 |
स्रोतः इंडेक्सों की फ़ैक्टशीट. डेटा 31 जनवरी, 2025 तक का है |
रिटर्न
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स और निफ़्टी 500 में टॉप 500 स्टॉक एक जैसे हैं. फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि पहले वाले में माइक्रो-कैप सेगमेंट के 250 अतिरिक्त स्टॉक हैं.
तो, आइए देखें कि क्या ये अतिरिक्त स्टॉक निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स को बढ़त दिलाते हैं.
सुर्खियों में रहे माइक्रो-कैप स्टॉक्स
निफ़्टी माइक्रोकैप 250 ने विभिन्न टाइम फ़्रेम में दूसरे निफ़्टी इंडेक्सों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है
टाइम पीरियड | निफ़्टी 100 TRI | निफ़्टी मिडकैप 150 TRI | निफ़्टी स्मॉलकैप 250 TRI | निफ़्टी माइक्रोकैप 250 TRI |
---|---|---|---|---|
1 साल | 9.1 | 9.5 | 4.9 | 10.8 |
3 साल | 12.6 | 21.2 | 18.4 | 29.5 |
5 साल | 15.8 | 24.9 | 26.1 | 39.8 |
डेटा 7 फ़रवरी, 2025 तक का है. ट्रेलिंग रिटर्न % में है |
टेबल को देखते हुए, ये अनुमान लगाना आसान है कि निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स ने निफ़्टी 500 से काफ़ी बेहतर प्रदर्शन किया होगा, क्योंकि इसमें तेज़ी से बढ़ने वाले माइक्रो-कैप स्टॉक शामिल हैं - जो निफ़्टी 500 में नहीं है. लेकिन क्या डेटा इस बात की पुष्टि करता है? आइए देखते हैं.
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स vs निफ़्टी 500: 1-5 साल तक का प्रदर्शन
ट्रेलिंग रिटर्न डेटा आश्चर्यजनक रूप से समान प्रदर्शन दिखाता है
टाइम पीरियड | निफ़्टी टोटल मार्केट TRI (%) | निफ़्टी 500 TRI (%) |
---|---|---|
1 साल | 8.9 | 8.8 |
3 साल | 15.0 | 14.5 |
5 साल | 18.4 | 18.0 |
डेटा 7 फ़रवरी, 2025 तक का है |
ये अंतर कुछ ख़ास नहीं रहा, जिससे साबित होता है कि अपने माइक्रो-कैप एक्सपोज़र के बावजूद, निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स ने निफ़्टी 500 को ज़्यादा पीछे नहीं छोड़ा है.
जैसा कि हमने अभी देखा, शॉर्ट से मीडियम टर्म में, इन इंडेक्स के बीच रिटर्न में अंतर बेहद कम है. लेकिन लंबी अवधि के प्रदर्शन का क्या? आइए पता लगाते हैं.

जैसा कि ग्राफ में दिखाया गया है, दोनों इंडेक्स लगभग एक समान गति से चलते हैं, जिससे ये स्पष्ट होता है कि वे एक-दूसरे के कितने क़रीब हैं.
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स के लिए पांच साल का औसत रोलिंग रिटर्न (पिछले 15 वर्षों में) 12.7 फ़ीसदी है, जो निफ़्टी 500 के 12.5 फ़ीसदी से केवल 0.2 फ़ीसदी ज़्यादा है.
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स में अच्छा प्रदर्शन करने वाले माइक्रो-कैप स्टॉक शामिल होने के बावजूद, इसका रिटर्न निफ़्टी 500 इंडेक्स के समान ही रहता है.
इसका कारण? दोनों इंडेक्स के बीच 96 फ़ीसदी का ख़ासा ओवरलैप है, जो उन्हें लगभग समान बनाता है.
निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स में माइक्रो-कैप स्टॉक की केवल 3 फ़ीसदी हिस्सेदारी होने के साथ, इन 250 स्टॉक के शानदार प्रदर्शन का भी इंडेक्स के कुल रिटर्न पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है.
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
जैसा कि हमने देखा, निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स निफ़्टी 500 से ज़्यादा कुछ नहीं देता है. हालांकि इसमें 250 अतिरिक्त स्टॉक शामिल हैं, लेकिन रिटर्न के लिहाज़ से फ़ायदा मामूली है.
कुल मिलाकर, ब्रॉडर इंडेक्स में दिलचस्पी रखने वाले निवेशकों को अभी भी निफ़्टी टोटल मार्केट इंडेक्स में फ़ायदा मिल सकता है, लेकिन ज़्यादातर के लिए, निफ़्टी 500 एक अच्छा विकल्प बना हुआ है.
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