म्यूचुअल फंड सही है

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना कैसे करें? सही फ़ंड चुनने की आसान गाइड

म्यूचुअल फ़ंड्स की तुलना को आसान बनाने और सही फ़ंड चुनने में धनक कैसे आपकी निवेश यात्रा को ज़्यादा प्रभावी और सटीक बना सकता है

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना कैसे करें? | आसान गाइड | Value Research Dhanak

आजकल म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना हर किसी के लिए आकर्षक हो गया है और ये एक अच्छी बात है. लेकिन सही म्यूचुअल फ़ंड का चुनाव भी उतना ही ज़रूरी है जितना निवेश करना. आख़िर, "सही निवेश वही जो आपको आपकी मंज़िल तक पहुंचाए".

इस कहावत में 'सही निवेश' से मतलब है कि निवेश से पहले फ़ंड की जांच-पड़ताल ज़रूरी है.

क्यों ज़रूरी है म्यूचुअल फ़ंड की तुलना?

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना करने से आप निवेश के बेहतर फ़ैसले ले सकते हैं. एक सही तुलना से आपको ये समझने में मदद मिलेगी कि कौन-सा फ़ंड आपकी रिस्क लेने की क्षमता और आपके निवेश लक्ष्यों के मुताबिक़ है. वैल्यू रिसर्च धनक के फ़ंड तुलना टूल से आप अलग-अलग फ़ंड्स की परफ़ॉर्मेंस, रिस्क और दूसरे बड़े फ़ैक्टर्स की तुलना आसानी से कर सकते हैं. मगर यहां एक ऐसी ग़लती नए-नए निवेशक करते हैं जो देखने में छोटी लगती है मगर आपके निवेश को शुरू होने में बड़ी परेशानी खड़ी करती है और वो है, सही फ़ंड की तलाश! यानि जो पहला स्टेप जो आपको सही फ़ंड चुनने के लिए लेना है वही करनी है वही आपके पांव की ज़ंजीर न बन जाए!

ये भी पढें: ₹1000 प्रति माह निवेश के लिए सबसे अच्छा SIP प्लान

क्या आप सही फ़ंड की तलाश में (कुछ ज़्यादा ही) समय बर्बाद कर रहे हैं?

अक्सर लोग सही फ़ंड की तलाश में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि निवेश शुरू ही नहीं कर पाते. पिछले 10 साल में, भारत में म्यूचुअल फ़ंड निवेशकों की संख्या में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है. AMFI (एसोसिएशन ऑफ़ म्यूचुअल फ़ंड्स इन इंडिया) के मुताबिक़, 2013 में म्यूचुअल फ़ंड निवेशकों की संख्या क़रीब 2 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 7 करोड़ से ज़्यादा हो चुकी है. ये स्पष्ट करता है कि निवेश करने वाले लोग सही अवसर को पकड़ने में देरी नहीं कर रहे, इसलिए आप भी मत कीजिए और सही फ़ंड चुनने की पूरी बात जानिए और उस पर बिना देर किए अमल कीजिए.

कहीं आप सेब और संतरे की तुलना तो नहीं कर रहे: फ़ंड की तुलना के सही तरीक़े

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना करना ज़रूरी है, लेकिन इसकी तुलना करते समय सही नज़रिया अपनाना भी ज़रूरी है. जैसे हम सेब और संतरे की तुलना नहीं कर सकते, वैसे ही अलग-अलग उद्देश्यों और कैटेगरी के फ़ंड्स की तुलना करना सही नहीं. हमें ये समझना होगा कि हर फ़ंड का एक अलग उद्देश्य, जोखिम का स्तर और प्रदर्शन का मापदंड होता है. इसलिए फ़ंड की तुलना करते समय कुछ अहम 'डूज़ एंड डोंट्स' फ़ॉलो करने चाहिए.

अच्छे म्यूचुअल फ़ंड तुलना के उदाहरण

  • एक ही कैटेगरी के फ़ंड्स की तुलना करना:
    • अगर आप लार्ज-कैप फ़ंड्स में निवेश करना चाहते हैं, तो केवल उन्हीं फ़ंड्स की तुलना करें जो इस कैटेगरी में आते हैं. उदाहरण के लिए, एक लार्ज-कैप फ़ंड की तुलना दूसरे लार्ज-कैप फ़ंड से करें ताकि आप सही उनके परफ़ॉर्मेंस का अंदाज़ा लगा सकें.
  • समान निवेश अवधि के फ़ंड्स की तुलना करना:
    • किसी फ़ंड के प्रदर्शन का सही पता तभी चलेगा जब आप समान निवेश अवधि के फ़ंड्स की तुलना करेंगे. अगर आप 5 साल के लिए निवेश कर रहे हैं, तो केवल उन्हीं फ़ंड्स को देखें जिनका 5 साल का प्रदर्शन उपलब्ध हो.

इसके अलावा आप इक्विटी फ़ंड्स की तुलना डेट फ़ंड्स से नहीं कर सकते. इक्विटी फ़ंड्स लंबी अवधि के लिए होते हैं और ज़्यादा रिस्क के साथ आते हैं, जबकि डेट फ़ंड्स कम रिस्क वाले और स्थिर रिटर्न देते हैं. इनकी तुलना करना निवेश निर्णय को भ्रमित कर सकता है.

हां, केवल रिटर्न पर ध्यान देना भी बहुत ग़लत साबित होता है. रिस्क, एक्सपेंस रेशियो और फ़ंड मैनेजर के ट्रैक रिकॉर्ड जैसे दूसरे पहलुओं को नज़रअंदाज़ करना एक बड़ी ग़लती हो सकती है.

ये भी पढ़ें: SIP: ₹1 करोड़ की वैल्थ बनाने की सही रणनीति क्या है?

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना के अहम पैरामीटर

जब आप म्यूचुअल फ़ंड की तुलना कर रहे हों, तो इन बातों पर ध्यान दें:

1. रिटर्न्स की तुलना (Performance Comparison)
फ़ंड का पिछले सालों का रिटर्न देखें और ये जांचें कि क्या ये लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. लंबी अवधि में स्थिर प्रदर्शन करने वाले फ़ंड को अपनी लिस्ट में पहले रखें.

2. जोखिम (Risk Analysis)
सिर्फ़ रिटर्न ही मायने नहीं रखते, बल्कि जोखिम भी महत्वपूर्ण होता है. फ़ंड का स्टैंडर्ड डिविएशन, बेंचमार्क से तुलना, और रिस्क के दूसरे पैरामीटर देखें. वैल्यू रिसर्च धनक के ज़रिए आप अलग-अलग रिस्क के पैरामीटर (जोखिम के मापदंडों) की जांच आसानी से कर सकते हैं.

3. ख़र्च अनुपात (Expense Ratio)
निवेश पर लगने वाले ख़र्च को नज़रअंदाज न करें. आख़िर आप कोई ट्रेडर तो हैं नहीं, लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं जो लंबे समय में वैल्थ बनाने के लिए निवेश कर रहा है. तो कम एक्सपेंस रेशियो वाला फ़ंड आपको बेहतर रिटर्न देगा.

4. फ़ंड मैनेजर का अनुभव (Fund Manager's Track Record)
फ़ंड मैनेजर का अनुभव और उसका प्रदर्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अच्छे फ़ंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए गए फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद हो सकता है. आख़िर अच्छा और अनुभवी ड्राइवर आपकी गाड़ी चलाएगा तभी तो आप लंबा सफ़र चैन से काट सकते हैं.

5. निवेश लक्ष्य और अवधि (Investment Goals & Horizon)
अपनी पैसों की ज़रूरत के मुताबिक़ ही फ़ंड का चुनाव करें. अगर आपका लंबे समय के निवेश का लक्ष्य है, तो इक्विटी फ़ंड बेहतर हो सकते हैं, जबकि कम समय के लक्ष्यों के लिए डेट फ़ंड सही होते हैं.

वैल्यू रिसर्च धनक का फ़ंड तुलना टूल क्यों है ख़ास?

वैल्यू रिसर्च धनक का फ़ंड की तुलना का टूल आपकी निवेश यात्रा की शुरुआत कहीं आसान कर सकता है. इस टूल की मदद से आप अलग-अलग फ़ंड्स की तुलना कर सकते हैं, उनकी परफ़ॉर्मेंस ग्राफ़ को देख सकते हैं और ज़रूरी फ़ाइनेंशियल पैरामीटर को समझ कर उनका अनालेसिस कर सकते हैं. ये टूल आपकी ज़रूरतों के मुताबिक़ बेस्ट फ़ंड चुनने में आपकी मदद करेगा.

सही फ़ंड कैसे चुनें?

म्यूचुअल फ़ंड का चुनाव करते समय ये क़दम उठाएं:

  1. अपने निवेश के लक्ष्य स्पष्ट करें.
  2. जोखिम लेने की क्षमता को पहचानें.
  3. अलग-अलग फ़ंड्स की तुलना करें.
  4. फ़ंड के प्रदर्शन और ख़र्चों का विश्लेषण करें.
  5. वैल्यू रिसर्च धनक के इस्तेमाल से मेहनत और समय बचाएं.

निष्कर्ष: अभी करें निवेश की शुरुआत!

"पेड़ लगाने का सबसे अच्छा समय 20 साल पहले था, अगला सबसे अच्छा समय अभी है." ये कहावत निवेश के लिए भी लागू होती है. सही म्यूचुअल फ़ंड चुनने के लिए जल्द से जल्द शुरुआत करें और वैल्यू रिसर्च धनक की मदद से अपने फ़ैसलों को आसान बनाएं.

ये भी देखें: वैल्थ बढ़ाने वाले फ़ंड्स का स्क्रीनर

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. म्यूचुअल फ़ंड की तुलना कैसे करें?

म्यूचुअल फ़ंड की तुलना करते समय निवेश लक्ष्य, जोखिम सहनशक्ति, प्रदर्शन, एक्सपेंस रेशियो, फ़ंड मैनेजर का अनुभव और फ़ंड की कैटेगरी को ध्यान में रखना चाहिए. वैल्यू रिसर्च धनक जैसे टूल्स का इस्तेमाल करके आप फ़ंड्स के अलग-अलग पैरामीटर की तुलना कर सकते हैं और एक सोचा-समझा फ़ैसला ले सकते हैं.

2. कौन-कौन से फ़ैक्टर्स महत्वपूर्ण हैं फ़ंड तुलना में?

फ़ंड की तुलना में प्रदर्शन (रिटर्न), रिस्क (स्टैंडर्ड डिविएशन), एक्सपेंस रेशियो, फ़ंड की निवेश रणनीति और फ़ंड मैनेजर का अनुभव बड़े फ़ैक्टर हैं. इन सभी को एक साथ देखना ज़रूरी है ताकि एक सही निर्णय लिया जा सके.

3. क्या अलग-अलग कैटेगरी के फ़ंड्स की तुलना करनी चाहिए?

नहीं, अलग-अलग कैटेगरी के फ़ंड्स की तुलना करना एक आम ग़लती है. इक्विटी फ़ंड्स को इक्विटी फ़ंड्स से और डेट फ़ंड्स को डेट फ़ंड्स से ही तुलना करनी चाहिए, क्योंकि दोनों की विशेषताएं और उद्देश्य अलग होते हैं.

4. क्या सिर्फ़ हाई रिटर्न देने वाले फ़ंड में निवेश करना सही है?

नहीं, केवल हाई रिटर्न को देखना एक सही नज़रिया नहीं है. आपको फ़ंड के रिस्क के स्तर, एक्सपेंस रेशियो और निवेश रणनीति पर भी ध्यान देना चाहिए. हाई रिटर्न वाले फ़ंड्स में ज़्यादा रिस्क भी हो सकता है.

5. फ़ंड तुलना के लिए कौन-से ऑनलाइन टूल्स मदद कर सकते हैं?

वैल्यू रिसर्च धनक, AMFI और दूसरी कई वेबसाइट्स पर उपलब्ध फ़ंड की तुलना के टूल्स का इस्तेमाल करके आप कई फ़ंड्स के प्रदर्शन और दूसरे बडे़ पैरामीटर की तुलना कर सकते हैं. ये टूल्स आपकी निवेश यात्रा को आसान और सटीक बनाने में मदद करते हैं.

ये भी देखें: बेस्ट म्यूचुअल फ़ंड स्क्रीनर

वैल्यू रिसर्च धनक से पूछें aks value research information

कोई सवाल छोटा नहीं होता. पर्सनल फ़ाइनांस, म्यूचुअल फ़ंड्स, या फिर स्टॉक्स पर बेझिझक अपने सवाल पूछिए, और हम आसान भाषा में आपको जवाब देंगे.


टॉप पिक

स्मॉल-कैप फ़ंड्स में पिछले साल ₹3 लाख निवेश किए थे, क्या बड़ी ग़लती हो गई?

पढ़ने का समय 4 मिनटउज्ज्वल दास

छोटी SIP का बड़ा खेल: एक जूनियर के करोड़पति बनने की कहानी

पढ़ने का समय 4 मिनटउज्ज्वल दास

Stock Rating Update: 11 फ़ाइव-स्टार स्टॉक जिनमें बने ख़रीदारी के मौक़े!

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

क्या आपकी इनकम ₹12 लाख से ज़्यादा है? इस तरह कम हो जाएगा आपका टैक्स

पढ़ने का समय 3 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

Trent सहित इन 11 फ़ाइव-स्टार स्टॉक में बने ख़रीदारी के मौक़े!

पढ़ने का समय 3 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

म्यूचुअल फंड पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

टैक्स में राहत से ख़ुशी तो मिलेगी, लेकिन बचत पर असर पड़ सकता है

बजट 2025 में दिल खोल कर दिए गए इनकम टैक्स के फ़ायदे मध्यम वर्ग पर दबाव कम करेंगे, मगर टैक्स के ज़रिए निवेश प्रोत्साहित करने से दूर जाना लॉन्ग-टर्म फ़ाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर चिंताएं पैदा करता है.

दूसरी कैटेगरी