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2024 में निवेशकों को बड़ा नुक़सान पहुंचाने वाले 8 स्मॉल और माइक्रो-कैप स्टॉक्स

चेतावनी के ऐसे संकेत जो आपके पोर्टफ़ोलियो को इस तरह की मुसीबत से बचा सकते हैं

8 Small और Micro-cap Stock स्टॉक जिन्होंने 2024 में निवेशकों को पहुंचाया बड़ा नुक़सानAI-generated image

'जो देखना ही नहीं चाहता, उससे बड़ा कोई कोई अंधा नहीं है.' ये प्राचीन कहावत 2024 में कई छोटे और माइक्रो-कैप निवेशकों की कहानी को पूरी तरह से बयां करती है. ये स्टॉक अक्सर दमदार ग्रोथ के वादे के साथ सुर्खियों में आते हैं. फिर भी, चेतावनी के संकेत हमेशा मौजूद रहते हैं.

इस आर्टिकल में, हम आठ स्मॉल और माइक्रो-कैप स्टॉक की लिस्ट दे रहे हैं जिन्होंने 2024 में निवेशकों की ख़ासी रक़म डुबोई. हम सबसे आम चेतावनी के संकेतों के बारे में भी बता रहे हैं, जिन्हें अगर जल्दी पहचान लिया जाता, तो निवेशकों को मुश्किल में पड़ने से बचने में मदद मिल सकती थी.

1. वार्डविजार्ड इनोवेशंस एंड मोबिलिटी (Wardwizard Innovations & Mobility)
सेक्टर:
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs)

गुजरात की इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली वार्डविजार्ड ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं से निवेशकों को हैरान कर दिया. जून 2024 में, कंपनी ने ₹11,000 करोड़ के चौंका देने वाले ऑर्डर की घोषणा की, जो इसके ₹1,200 करोड़ के मार्केट कैप का लगभग 10 गुना था. इस ख़बर से शेयर में उछाल आया. हालांकि, गहराई से देखने पर पता चला कि ये ऑर्डर महज एक गैर-बाध्यकारी समझौता (MoU) था.

इस संदेह को और बढ़ाते हुए, प्रमोटर्स ने उसी तिमाही में अपनी 13 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेच दी और सितंबर 2024 तक 4 फ़ीसदी और बेच दी. जिन निवेशकों ने इन संकेतों को नहीं देखा, वे तब अचंभित रह गए जब कंपनी के सितंबर के नतीजों में घाटा नज़र आया. शेयर की क़ीमत जुलाई में ₹61 से गिरकर ₹36 पर आ गई.

आपके लिए सबक़: प्रमोटर हिस्सेदारी बेचने और अति महत्वाकांक्षी, गैर-बाध्यकारी घोषणाएं ऐसे खतरे के संकेत हैं जिनकी जांच की ज़रूरत होती है.

2. ट्रस्ट फ़िनटेक (Trust Fintech)
तसेक्टर:
BFSI के लिए SaaS

ट्रस्ट फ़िनटेक ने अप्रैल 2024 में स्टॉक एक्सचेंज पर दमदार आगाज किया. दो महीने से भी कम समय में, शेयर ने निवेशकों की वैल्थ को तीन गुना कर दिया. लेकिन ये सफलता कुछ समय के लिए ही थी. फ़ाइनेंशियल ईयर 25 की दूसरी छमाही तक, कंपनी ने EBITDA में साल-दर-साल 50 फ़ीसदी की चौंकाने वाली गिरावट और ऑपरेशन से निगेटिव कैश फ़्लो की सूचना दी.

मज़बूती के साथ ऑर्डर पूरा होने की उम्मीदों के बावजूद, फ़ाइनेंशियल ईयर 25 की पहली छमाही तक कंपनी का रेवेन्यू सिर्फ़ ₹17 करोड़ रहा, जिससे साल के अंतर के लिए इसका महत्वाकांक्षी ₹70 करोड़ का लक्ष्य अवास्तविक लगता है. जो निवेशक इस बात को समझने में नाकाम रहे, उन्होंने शेयर को अपने पीक से 60 फ़ीसदी गिरते देखा.

आपके लिए सबक़: जब प्रॉफ़िट कैश फ़्लो में नहीं बदल पाता और रेवेन्यू के टारगेट अवास्तविक लगने लगते हैं, तो फिर से विचार करने का समय आ जाता है.

3. K2 इंफ़्राजेन
सेक्टर:
इंफ़्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन

पहली नज़र में, K2 इंफ़्राजेन ₹396 करोड़ की ऑर्डर बुक के साथ एक अच्छी कंपनी लग रही थी, जो इसके मार्केट कैप से काफ़ी मेल खाती है. इससे शेयर में एक अच्छी रैली देखने को मिली और शेयर अप्रैल 2024 की लिस्टिंग के तीन महीने के भीतर 2.8 गुना बढ़ गए. लेकिन क़रीब से देखने पर पता चला कि हालात उतने अच्छे भी नहीं थे.

कंपनी की लगभग 60 फ़ीसदी एसेट्स ट्रेड से होने वाली प्राप्तियों से बंधी हुई थी, जिससे कैश फ़्लो से जुड़ी संभावित दिक्कतों के संकेत मिलते हैं. फ़ाइनेंशियल ईयर 25 में अभी तक आए नतीजों ने आशंकाओं की पुष्टि की, जिसमें साल-दर-साल नेट प्रॉफ़िट में 33 फ़ीसदी की गिरावट देखने को मिली. आखिरकार, शेयर अपने उच्चतम स्तर से 61 फ़ीसदी गिर गया. और, इस तरह निवेशक फंसे हुए नज़र आए.

आपके लिए सबक़: ट्रेड से जुड़ी ऊंची प्राप्तियां और घटता मुनाफ़ा अंदर ही अंदर पनप रही समस्याओं के मजबूत संकेत हैं.

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4. ड्रोन डेस्टिनेशन (Drone Destination)
सेक्टर:
ड्रोन ट्रेनिंग और सर्विसेज

ड्रोन डेस्टिनेशन ड्रोन के भविष्य को लेकर सुर्खियों में था. फ़ाइनेंशियल ईयर 24 में कंपनी का मुनाफा लगभग तीन गुना बढ़कर ₹7 करोड़ हो गया और जुलाई 2023 में लिस्टिंग के बाद से इसके शेयर ने निवेशकों की वैल्थ को सिर्फ़ एक साल में सात गुना बढ़ा दिया. हालांकि, इस सफलता का आधार कमज़ोर था.

₹15 करोड़ के ऑपरेशन से कैश फ़्लो (CFO) के नेगेटिव होने और 155 के ऊंचे P/E रेशियो से खतरे की घंटी बज जानी चाहिए थी. जब शोर कम हुआ, तो शेयर में 60 फ़ीसदी की गिरावट आ चुकी थी, जिससे देर से एंट्री करने वालों को भारी नुक़सान उठाना पड़ा.

आपके लिए सबक़: तर्क से परे वैल्यूएशन और कैश फ़्लो में विसंगतियां सावधानी से कदम उठाने के संकेत हैं.

5. टेलरमेड रिन्यूएबल्स (Taylormade Renewables)
सेक्टर:
सोलर से चलने वाले सिस्टम्स

टेलरमेड रिन्यूएबल्स के रेवेन्यू में उतार-चढ़ाव उसके शेयर की क़ीमत में उतार-चढ़ाव की तरह ही नाटकीय था. फ़ाइनेंशियल ईयर ₹19 में 25 करोड़ से लेकर फ़ाइनेंशियल ईयर 21 में लगभग शून्य और फ़ाइनेंशियल ईयर 24 में वापस ₹47 करोड़ तक, कंपनी का अस्थिर प्रदर्शन स्पष्ट था. फिर भी, निवेशकों ने इस अस्थिरता को नज़रअंदाज कर दिया.

प्रॉफ़िट कैश फ़्लो में बदलने में विफल रहा, और ट्रेड से जुड़ी प्राप्तियां इसके एसेट बेस पर हावी रहीं. चेतावनी के इन संकेतों के बावजूद, शेयर जनवरी 2023 में ₹40 से बढ़कर नवंबर 2023 में ₹815 के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन इसके तुरंत बाद ₹280 तक गिर गया.

आपके लिए सबक़: अनियमित वित्तीय प्रदर्शन और कैश फ़्लो कन्वर्ज़न में कमी ऐसे खतरे के संकेत हैं जिन्हें नज़रअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

6. MTAR टेक्नोलॉजीज़
सेक्टर:
प्रिसीसन इंजीनियरिंग

कभी शेयर बाज़ार की चहेती रही MTAR टेक्नोलॉजीज़ से जुड़ी कइ समस्याएं दिखने लगी हैं. कंपनी फ़ाइनेंशियल ईयर 24 के अपने रेवेन्यू के लक्ष्य से चूक गई और ₹830-860 करोड़ के अनुमानित लक्ष्य के मुकाबले केवल ₹580 करोड़ ही हासिल कर पाई. प्रमोटर्स का आत्मविश्वास भी डगमगाता हुआ दिखाई दिया. इस क्रम में उन्होंने मार्च 2022 में अपनी हिस्सेदारी 50 फ़ीसदी से घटाकर सितंबर 2024 तक 36 फ़ीसदी कर दी.

भले ही, कंपनी ने फ़ाइनेंशियल ईयर 22-24 में ₹305 करोड़ का कुल ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट दर्ज किया, लेकिन ऑपरेशन से कैश फ़्लो मात्र ₹34 करोड़ था. इस विसंगति के चलते सितंबर 2023 से स्टॉक में 42 फ़ीसदी की गिरावट देखने को मिली.

आपके लिए सबक़: प्रमोटरों के भरोसे में गिरावट और कमज़ोर कैश फ़्लो मेट्रिक्स अक्सर बड़ी समस्याओं के संकेत देते हैं.

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7. फेलिक्स इंडस्ट्रीज़ (Felix Industries)
सेक्टर:
एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग

फेलिक्स इंडस्ट्रीज़ ने अपने महत्वाकांक्षी अधिग्रहणों और शेयर की क़ीमतों में उछाल के साथ सुर्खियां बटोरीं. हालांकि, पर्दे के पीछे, प्रबंधन ने अपनी हिस्सेदारी 73 फ़ीसदी से घटाकर 50 फ़ीसदी कर दी, जिससे उनकी प्रतिबद्धता को लेकर चिंताएं बढ़ गईं.

फ़ाइनेंशियल ईयर 23-24 में ₹6 करोड़ का कुल नेट प्रॉफ़िट दर्ज करने के बावजूद, कंपनी का ऑपरेशन से कैश फ़्लो नेगेटिव ₹39 करोड़ था, जिसका मुख्य कारण अघोषित क़र्ज़ और एडवांस थे. जैसे ही सच्चाई सामने आई, शेयर अपने पीक से 64 फ़ीसदी गिर गया.

आपके लिए सबक़: प्रबंधन के ऐसे कदम जिनमें पारदर्शिता का अभाव है और जो कम समय के फ़ायदे पर केंद्रित हैं, वे प्रमुख खतरे के संकेत हैं.

8. कैडसिस (Cadsys)
सेक्टर:
टेलीकॉम नेटवर्क सॉल्यूशंस

कैडसिस ने एक नया मोड़ लेते हुए, फ़ाइनेंशियल ईयर 24 में ₹14 करोड़ का नेट प्रॉफ़िट दर्ज किया, जबकि फ़ाइनेंशियल ईयर में उसे ₹5 करोड़ का घाटा हुआ था. लेकिन क़रीब से देखने पर पता चला कि इनमें से ज़्यादातर मुनाफ़े खातों की प्राप्तियों में बंधे हुए थे, जिससे बहुत कम कैश बचा.

मार्च 2022 में शेयर ₹30 से बढ़कर मई 2024 में ₹511 पर पहुंच गया. हालांकि, इसकी बिक्री में 30 फ़ीसदी का योगदान देने वाले एक प्रमुख क्लाइंट के चले जाने से शेयर ₹106 पर आ गया.

आपके लिए सबक़: एक ही क्लाइंट पर ज़्यादा निर्भरता और प्राप्तियों पर निर्भर प्राप्तियां अस्थिरता के चेतावनी संकेत हैं.

इन्वेस्टर्स के लिए सलाह
अपने पोर्टफ़ोलियो को सुरक्षित रखने के लिए, सतर्क रहें और इन खतरों पर नज़र रखें:

  • बढ़ा-चढ़ाकर की गईं घोषणाएं: ऐसे वादे जो बहुत ज़्यादा अच्छे लगते हैं, लेकिन वो शायद ही सच होते हैं.
  • प्रमोटर हिस्सेदारी में कटौती: जानकार लोगों के बीच भरोसे में कमी का एक स्पष्ट संकेत.
  • कैश फ़्लो में उतार-चढ़ाव: जो प्रॉफ़िट कैश में बदल नहीं पाते हैं, वो गंभीर समस्याओं के संकेत देते हैं.
  • ट्रेड से जुड़ी ज़्यादा प्राप्तियां: ऊंची प्राप्तियां अक्सर कैश फ़्लो से जुड़ी चुनौतियों की ओर इशारा करती हैं.

पूरी तरह से जांच-पड़ताल करके, बुनियादी रूप से मजबूत बिज़नसेज पर ध्यान केंद्रित करके और अपने पोर्टफ़ोलियो में विविधता लाकर, आप अपनी एसेट्स की सुरक्षा करते हुए स्मॉल और मिड-कैप की पूंजी निवेश की जोखिम भरी दुनिया में आगे बढ़ सकते हैं.

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