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निवेशकों की स्पीड लिमिट

क्यों तेज़ चलना शुरू में तो बड़ा अंतर पैदा करता है, लेकिन एक सीमा के बाद ये निरर्थक - और ख़तरनाक - हो जाता है

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हाल ही में, मैं ओगिल्वी एंड माथर ग्रुप के वाइस-चेयरमैन रोरी सदरलैंड की एक दिलचस्प बातचीत देख रहा था, जिसमें उन्होंने एक नई तरह के स्पीडोमीटर डिस्प्ले पर चर्चा की. स्टैंडर्ड किलोमीटर-प्रति-घंटा के निशान के अलावा, इसके अंदर वाले डायल पर कुछ और ही दिया गया था: इस पर किसी भी स्पीड से 10 किलोमीटर जाने के लिए मिनट के निशान.

सदरलैंड, एक मज़ाकिया और आकर्षक वक्ता हैं जो अपनी मौलिक सोच के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने ओगिल्वी ग्रुप में व्यवहार विज्ञान (behavioural science) के इस्तेमाल की शुरुआत की. उनका लक्ष्य पारंपरिक विज्ञापन से ग्राहकों की इच्छाओं को आकार देने के बजाय मनोविज्ञान और अर्थशास्त्र से प्रेरित मार्केटिंग तकनीक विकसित करना रहा है. इस ख़ास बातचीत में, उन्होंने स्पीड और टाइम के बारे में एक गहरे सच का ख़ुलासा किया जिसमें निवेश के साथ आश्चर्यजनक समानताएं हैं.

इस डिस्प्ले की सबसे ख़ास बात है कि ये स्पीड और टाइम के बारे में एक अहम सच्चाई उजागर करता है. जब आप धीमी स्पीड से गाड़ी चला रहे हों, जैसे कि 20 किमी प्रति घंटे पर, तो 30 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गाड़ी चलाने से आपका काफ़ी समय बचता है - 10 किमी की यात्रा में क़रीब 10 मिनट. हालांकि, जब आप पहले से ही 70 किमी प्रति घंटे पर हों, तो 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक पहुंचने के लिए एक्सिलरेटर दबाने से उसी दूरी पर मुश्किल से एक मिनट की बचा सकेंगे. इसके बावजूद ऐसा करके अपने और दूसरों के लिए जो अतिरिक्त जोखिम आप उठाते हैं, वो नाटकीय रूप से बढ़ जाता है.

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ये निवेश के बारे में एक बुनियादी सच्चाई को सटीक तरीक़े से दिखाता है जिसे कई लोग समझ नहीं पाते हैं. जिस तरह स्पीड और बचाए गए समय के बीच सीधा-सीधा संबंध नहीं है, उसी तरह निवेश के जोखिम और संभावित रिटर्न के बीच का संबंध भी सीधा-सीधा नहीं है.

किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोचिए जो अभी-अभी अपनी निवेश यात्रा शुरू कर रहा है. अपनी सारी बचत करंट अकाउंट में रखने से लेकर SIP के ज़रिए बैलेंस्ड म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करने तक का क़दम 20 से 30 किमी प्रति घंटे की स्पीड से आगे बढ़ने जैसा है - ये अपेक्षाकृत मामूली जोखिम के साथ काफ़ी फ़ायदा देता है. शुरुआती निवेश और लंबे समय के दौरान पूंजी बनाने के बीच का अंतर नाटकीय है, क्योंकि पहले पहल रफ़्तार का बढ़ना यात्रा के समय को काफ़ी कम कर देता है.

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हालांकि, एक बार जब आप एक समझदार और डाइवर्सिफ़ाइड इन्वेस्टमेंट पोर्टफ़ोलियो स्थापित कर लेते हैं - मान लीजिए कि आप 65 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से गाड़ी चला रहे हैं - तो जोखिम भरी रणनीतियों से और भी ज़्यादा रिटर्न पाने की कोशिश करना हाईवे पर एक्सीलरेटर दबाने जैसा है. संभावित अतिरिक्त रिटर्न (जैसे कि समय बचाना) बहुत कम होते हैं, जबकि घातक नतीजों का जोखिम बहुत तेज़ी से बढ़ जाता है.

सदरलैंड बताते हैं कि कैसे ड्राइवर अक्सर तब एक्सीलरेटर को दबाते हैं जब उनका GPS दिखाता है कि वे पांच मिनट देर से चल रहे हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि आठ मिनट की ख़तरनाक ड्राइविंग से सिर्फ़ एक मिनट का समय बचा है. मैंने अनगिनत निवेशकों को यही ग़लती करते देखा है. जब उन्हें लगता है कि उन्हें अपने फ़ाइनेंशियल गोल पाने में "देर" लग रही हैं, तो वे बड़े जोखिम उठाने के लिए मचल उठते हैं - अनजान स्मॉल-कैप स्टॉक, क्रिप्टोकरेंसी स्कीमों में निवेश, या लीवरेज का इस्तेमाल करना - लेकिन बाद में पता चलता है कि संभावित मुनाफ़ा शायद ही कभी इतमें बड़े जोखिम के लिए सही था.

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ये समझ आज के बाज़ार के माहौल में ख़ासतौर पर प्रासंगिक है. कई निवेशक 'तेज़ स्पीड से गाड़ी चलाने' के लिए मजबूर महसूस करते हैं, क्योंकि सेंसेक्स एक साल की बड़े उतार-चढ़ाव के बाद 78,500 के आसपास मंडरा रहा है, जो 2024 तक 70,000 और 85,000 के बीच झूलता रहा. चाहे बाज़ार अपने शिखर के क़रीब हो या गिरावट पर हो, तेज़ी हासिल करने का लालच हमेशा रहता है - या तो ज़्यादा मुनाफ़े के लिए या गंवाई हुई ज़मीन की भरपाई के लिए.

लेकिन जिस तरह स्पीडोमीटर का भीतरी डायल बहुत तेज़ स्पीड की निरर्थकता दिखाता है, उसी तरह निवेश का इतिहास बहुत ज़्यादा जोखिम लेने से कम होते रिटर्न को दिखाता है. सुरक्षित ड्राइविंग की तरह, सफल निवेश की चाभी आपकी मंज़िल तक पहुंचने सबसे तेज़ रास्ता खोजना नहीं है. ये एक समझदार स्पीड बनाए रखने की बात है जो आपको जोखिमों को सही तरीक़े से मैनेज करते हुए सुरक्षित वहां पहुंचाती है.

निवेश में सबसे बड़ा मुनाफ़ा, वैसा ही है जैसे ड्राइविंग में सबसे ज़्यादा समय की बचत, निष्क्रिय होने के बजाए कुछ करने से आती है, ठीक उसी तरह जैसे निवेश में SIP शुरू करना और डाइवर्सीफ़ाइड पोर्टफ़ोलियो बनाना. एक बार जब आप उस क्रूज़िंग स्पीड पर पहुंच जाते हैं, तो एक्सीलरेटर को दबाने की इच्छा पर क़ाबू रखना चाहिए. थोड़े से मुनाफ़े के लिए घातक साबित होने वाला जोखिम सही नहीं है.

मेरी सलाह? एक ठोस आधार के साथ शुरुआत करें - आपके लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता के लिए सही डाइवर्सीफ़ाइड इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड और डेट निवेश से. फिर अपनी चुनी हुई स्पीड पर टिके रहें. बाज़ार के उतार-चढ़ाव या साथियों के दबाव की ख़तरनाक स्पीड पर मत आएं. अपनी SIP को लगातार चालू रखें, अपने पोर्टफ़ोलियो की सालाना समीक्षा करें और सिर्फ़ तभी बदलाव करें जब आपके जीवन की परिस्थितियां इसकी मांग करें. याद रखें, ड्राइविंग और निवेश में, अपनी मंज़िल पर सुरक्षित पहुंचना आपके सफ़र में कुछ मिनट - या कुछ परसंटेज प्वाइंट - कम करने से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है.

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