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Carraro India IPO: क्या आपके लिए निवेश का मौक़ा है?

निवेश से पहले कैरारो इंडिया के IPO की हर ज़रूरी जानकारी पढ़ें

क्या Carraro India IPO में निवेश करना चाहिए?- In HindiAI-generated image

Carraro India IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 20 दिसंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया. इसकी आख़िरी तारीख़ 24 दिसंबर 2024 है. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली इस कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.

Carraro India IPO: संक्षेप में

  • क्वालिटी: फ़ाइनेंशियल ईयर 2022 और 2024 के बीच, कंपनी ने क्रमशः 13.7 और 15.2 फ़ीसदी का एवरेज सालाना रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) दर्ज़ किया.
  • ग्रोथ: फ़ाइनेंशियल ईयर 2022 से 2024 के दौरान, इसका रेवेन्यू और प्रॉफ़िट (PAT) क्रमशः 9.3 और 69.2 फ़ीसदी सालाना बढ़ा.
  • वैल्यूएशन: ऊपरी प्राइस बैंड (₹704) पर, कंपनी का स्टॉक क्रमशः 45.8 और 9.6 गुने के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर कारोबार करेगा.
  • मार्केट में कंपनी की स्थिति: Carraro India को फ़ायदा हो सकता है क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर मार्केट है, जहां दुनिया में बेचे जाने वाले कुल ट्रैक्टरों का लगभग 35-40 फ़ीसदी हिस्सा खपत होता है. तेज़ शहरीकरण और इंफ़्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट योजनाओं के कारण कंस्ट्रक्शन व्हीकल की डिमांड में तेज़ी आने की उम्मीद है, जो कंपनी की ग्रोथ को भी बढ़ावा दे सकती है. हालांकि, भारत और विदेश में मौज़ूद मज़बूत प्रतिस्पर्धी कंपनियां इसकी ग्रोथ पर असर डाल सकती हैं.

Carraro India के बारे में

साल 1997 में स्थापित Carraro India कृषि ट्रैक्टरों (FY24 में कुल रेवेन्यू का 45 फ़ीसदी) और कंस्ट्रक्शन व्हीकल (FY24 में कुल रेवेन्यू का 41 फ़ीसदी) में इस्तेमाल होने वाले एक्सल, ट्रांसमिशन और गियर्स के डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई का काम करती है. ये प्रोडक्ट कंपनी सीधे OEMs (ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) को बेचती है. FY24 में, Carraro India ने अपने कुल रेवेन्यू का 64 फ़ीसदी भारत से और बाकी हिस्सा एक्सपोर्ट से कमाया।

वर्तमान में, कंपनी के पास पुणे में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर सहित 1,700 से ज़्यादा कर्मचारी हैं.

ताक़त

  • मज़बूत क्लाइंट बेस: कंपनी का क्लाइंट बेस काफ़ी मज़बूत है, जिसमें भारत और विदेश दोनों के बड़े क्लाइंट शामिल हैं. इसके प्रमुख क्लाइंट में Mahindra, ACE, Volvo, TAFE और CNH Industrial जैसी कंपनियां शामिल हैं.

कमज़ोरियां

  • बड़े क्लाइंट्स पर निर्भरता: फ़ाइनेंशियल ईयर 24 तक, Carraro India अपने कुल रेवेन्यू का 85 फ़ीसदी अपने टॉप 10 क्लाइंट से कमा रही थी. इस वजह से, किसी भी प्रमुख क्लाइंट के दूर जाने से कंपनी के फ़ाइनेंशियल पर बड़ा असर पड़ सकता है.
  • बिज़नस पर मौसम का असर: कंपनी के बिज़नस पर मौसमी असर भी देखा जाता है. फ़ाइनेंशियल ईयर 24 तक इसका 45 फ़ीसदी रेवेन्यू कृषि ट्रैक्टर बिज़नस से आ रहा था, जो मौसमी होता है. उदाहरण के लिए, भारतीय कृषि बाज़ार में ट्रैक्टर की डिमांड आमतौर पर जून से नवंबर के बीच सबसे ज़्यादा होती है, जब मानसून और खरीफ फसल का सीजन होता है. इस वजह से, कम या ख़राब डिमांड के वक़्त Carraro India के फ़ाइनेंशियल्स पर ख़राब असर पड़ सकता है.

Carraro India IPO की डिटेल

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 1,250
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 1,250
नए इशू (करोड़ ₹) -
प्राइस बैंड (₹) 668 - 704
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 20 - 24 दिसंबर, 2024
उद्देश्य OFS (ऑफर फॉर सेल)

IPO के बाद

मार्केट कैप (करोड़ ₹) 4,002
नेट वर्थ (करोड़ ₹) 419
प्रमोटर होल्डिंग (%) 68.8
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 45.5
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 9.6

फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) TTM FY24 FY23 FY22
रेवेन्यू 9.3 1,743 1,789 1,713 1,498
EBIT 92.6 125 89 65 24
PAT 69.2 88 63 49 22
नेट वर्थ 419 370 337 293
कुल डेट 212 215 192 182
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स
TTM (ट्रेलिंग ट्वेल्व मंथ): सितंबर 2024 तक

प्रमुख रेशियो

रेशियो 3 साल का औसत TTM FY24 FY23 FY22
ROE (%) 13.7 20.8 17.7 15.4 7.9
ROCE (%) 15.2 19.8 19.4 16.3 10.0
EBIT मार्जिन (%) 3.5 7.2 5.0 3.8 1.6
डेट-टू-इक्विटी 0.6 0.5 0.6 0.6 0.6
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी
ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड
TTM (ट्रेलिंग ट्वेल्व मंथ): सितंबर 2024 तक

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Carraro India की रिस्क रिपोर्ट

कंपनी और बिज़नस

  • क्या पिछले 12 महीनों में कैरारो इंडिया की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
    हां. कंपनी ने 30 सितंबर 2024 को समाप्त होने वाले छह महीनों के लिए ₹117 करोड़ की 'टैक्स के पहले की कमाई' दर्ज़ की.
  • क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
    हां. भारतीय कृषि ट्रैक्टर और कंस्ट्रक्शन व्हीकल का मार्केट 2029 तक क्रमशः 5.7 फ़ीसदी और 4.6 फ़ीसदी के CAGR से बढ़ने की उम्मीद है. Carraro India के मौज़ूदा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का पूरी क्षमता से इस्तेमाल न होना इस बात को दर्शाता है कि कंपनी इंडस्ट्री की इस ग्रोथ का फ़ायदा उठाने के लिए अपने बिज़नस को आसानी से बढ़ा सकती है.
  • क्या कंपनी का कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
    हां. Carraro India के अपने टॉप 10 क्लाइंट के साथ लंबे समय से संबंध हैं, जो कम से कम 15 साल से कंपनी के साथ लगातार जुड़े हुए हैं.
  • क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
    नहीं. कृषि ट्रैक्टर और कंस्ट्रक्शन व्हीकल का मार्केट बेहद प्रतिस्पर्धी है, जहां घरेलू और विदेशी कंपनियों की मज़बूत उपस्थिति है.

Carraro India का मैनेजमेंट

  • क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
    हां. IPO के बाद, प्रमोटरों की हिस्सेदारी 68.8 फ़ीसदी हो जाएगी.
  • क्या टॉप 3 मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
    नहीं. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, बालाजी गोपालन, 2015 से Carraro India के साथ जुड़े हुए हैं.
  • क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या Carraro India की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
    हां. कोई शेयर गिरवी नहीं है.

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Carraro India के फ़ाइनेंशियल

  • क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    नहीं. इसका 3 साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 13.7 और 15.2 फ़ीसदी है, और FY24 में, इसने क्रमशः 17.7 और 19.4 फ़ीसदी का ROE और ROCE दर्ज किया.
  • क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
    हां. पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है.
  • क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
    हां. 30 सितंबर 2024 तक, कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.3 था.
  • क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
    नहीं. कंपनी की वर्किंग कैपिटल ज़रूरतें ज़्यादा हैं और इसे शॉर्ट-टर्म फ़ंडिंग पर निर्भर रहना पड़ता है.
  • क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
    हां. कंपनी मुनाफ़े में है और फ़्री कैश फ़्लो जेनरेट कर रही है, जिससे अगले तीन साल में इसे बाहरी फ़ंडिंग की ज़रूरत नहीं पड़ सकती.
  • क्या कंपनी बड़ी आकस्मिक देनदारी से मुक्त है?
    नहीं. Q2 FY25 तक, Carraro India की आकस्मिक देनदारियां इसकी नेट वर्थ के 46% थीं.

Carraro India का वैल्यूएशन

  • क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
    नहीं. ये स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 3 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देगा.
  • क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
    नहीं. लिस्टिंग के बाद, यह स्टॉक अपने साथियों के 42.9 गुना औसत P/E रेशियो की तुलना में लगभग 45.8 गुना के P/E रेशियो पर कारोबार करेगा.
  • क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
    नहीं. लिस्टिंग के बाद, यह स्टॉक अपने साथियों के 7.6 गुना औसत P/B रेशियो की तुलना में 9.5 गुना P/B रेशियो पर कारोबार करेगा.

IPO का आकलन करने के लिए कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की क्षमताओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने की ज़रूरत होती है, जैसा कि हमने Carraro India के लिए बताया है. लेकिन स्थायी वेल्थ तैयार करना केवल एक अच्छी तरह से रिसर्च किए गए, संतुलित स्टॉक पोर्टफ़ोलियो के निर्माण से ही संभव हो सकता है. इसके लिए विशेषज्ञ की नज़र और कदम उठाने लायक़ रेकमंडेशन की ज़रूरत होती है. हमारा वैल्यू रिसर्च स्टॉक एडवाइज़र इसमें आपकी मदद कर सकता है. ये सेवा सावधानीपूर्वक शोध किए गए स्टॉक रेकमेंडेशन और निवेश के लिए तैयार पोर्टफ़ोलियो उपलब्ध कराती है, जिन्हें हर महीने अपडेट किया जाता है ताकि आपको लंबे समय का स्टॉक पोर्टफ़ोलियो बनाने में मदद मिल सके. आज ही वैल्यू रिसर्च स्टॉक एडवाइज़र को सब्सक्राइब करें और अपने फ़ाइनेंशियल फ़्यूचर को बेहतर बनाएं. 

डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.

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