वैल्यू रिसर्च धनक से पूछें

क्या मैं SIP से अपना पैसा कभी भी निकाल सकता हूं?

म्यूचुअल फ़ंड काफ़ी ज़्यादा 'लिक्विड' होते हैं यानी आप बिना किसी देरी के जब चाहें पैसे निकाल सकते हैं

क्या SIP से किसी भी समय आंशिक या पूरा पैसा निकाला जा सकता है?

क्या मैं SIP से अपना पैसा कभी भी निकाल सकता हूं? - एक पाठक

SIP को लंबे समय के लिए निवेश का अच्छा ज़रिया माना जाता है. इसमें नियमित रूप से कम रक़म के निवेश से बड़ा कॉर्पस तैयार किया जा सकता है. लेकिन क्या अचानक पैसे की ज़रूरत पड़ने पर SIP से पैसा कैसे निकाला जा सकता है? हम यहां इसी पर तस्वीर साफ़ करने की कोशिश कर रहे हैं.

लंबे समय का पैसा ही इक्विटी फ़ंड में करें निवेश

आम तौर पर हम लंबे समय के पैसे को ही इक्विटी फ़ंड में निवेश करने की सलाह देते हैं. असल में, इक्विटी मार्केट में उतार-चढ़ाव ख़ासा ज़्यादा होता है, इसीलिए कम समय में इक्विटी फ़ंड में गिरावट या दबाव देखने को मिल सकता है. और, अचानक पैसे की ज़रूरत पड़ने पर आपको घाटा उठाकर निवेश निकालना पड़ सकता है.

वहीं, कम समय के पैसे को डेट फ़ंड में लगाने की सलाह रहती है, जिसमें निवेश निकालने पर कोई एग्ज़िट लोड नहीं लगता या बेहद मामूली एग्ज़िट लोड लगता है. इसलिए, काफ़ी हद तक आपका पैसा सुरक्षित रहता है.

ये भी पढ़िए - Index Fund चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें?

Exit Load क्या होता है?

Exit Load in Mutual Fund: एग्ज़िट लोड वो चार्ज है जो तब लगाया जाता है जब कोई इन्वेस्टर एक तय समय के भीतर म्यूचुअल फ़ंड यूनिट्स रिडीम या सेल करता है. इसका उद्देश्य इन्वेस्टर्स को म्यूचुअल फ़ंड को उचित समय तक होल्ड करने से पहले बेचने से रोकना है.

हालांकि, याद रखने की बात ये है कि एग्ज़िट लोड एक फ़ंड से दूसरे फ़ंड के लिए अलग-अलग होता है और सभी म्यूचुअल फ़ंड एक्ज़िट लोड नहीं लगाते हैं. इसलिए, इन्वेस्टर्स को किसी फ़ंड में निवेश करने की योजना बनाने से पहले उसके एक्सपेंस रेशियो के साथ-साथ एग्ज़िट लोड पर भी विचार करना चाहिए.

क्या अपना पैसा कभी भी निकाला जा सकता है?

अब आपके सवाल का जवाब देते हैं. सीधे शब्दों में कहें तो ELSS (जिन्हें टैक्स सेविंग फ़ंड्स भी कहते हैं और इनका लॉकइन 3 साल होता है) को छोड़कर आप किसी भी फ़ंड से जब चाहे पैसा निकाल सकते हैं. हालांकि, संबंधित फ़ंड की शर्तों के तहत आपको एग्ज़िट लोड देना पड़ सकता है.

असल में, दूसरे निवेश विकल्पों के उलट, म्यूचुअल फ़ंड के निवेश काफ़ी ज़्यादा 'लिक्विड' होते हैं. लिक्विड' का मतलब है, निवेश को बिना किसी देरी के आप जब चाहें निकाल सकें. आप म्यूचुअल फ़ंड से कोई भी रक़म आसानी से निकाल सकते हैं. ये निकाला गया पैसा सीधे आपके बैंक अंकाउंट में ट्रांसफ़र हो जाता है और इसमें तीन दिन से ज़्यादा नहीं लगते. मगर हां, जब आप लंबे समय के लिए बचत और निवेश कर रहे हैं तो जल्दी-जल्दी धन निकालने का कोई इरादा तो नहीं होता, मगर ज़रूरत पड़ ही जाए, तो आपके पास धन निकालने का विकल्प हमेशा मौजूद रहता है.

ये भी पढ़िए - छह महीने के लिए ₹50 हजार कहां निवेश करें?

ये लेख पहली बार सितंबर 25, 2024 को पब्लिश हुआ.

वैल्यू रिसर्च धनक से पूछें aks value research information

कोई सवाल छोटा नहीं होता. पर्सनल फ़ाइनांस, म्यूचुअल फ़ंड्स, या फिर स्टॉक्स पर बेझिझक अपने सवाल पूछिए, और हम आसान भाषा में आपको जवाब देंगे.


टॉप पिक

NPS के इंप्लॉयर कंट्रीब्यूशन से क्या इस साल टैक्स बच सकता है?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

जिस दिन इन्फ़ोसिस को बेच देना चाहिए था: वैल्यूएशन से जुड़ा एक मुश्किल सबक़

पढ़ने का समय 5 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

सोना: क्या आपके पोर्टफ़ोलियो में सोने को जगह मिलनी चाहिए?

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार down-arrow-icon

धैर्य का फ़ायदा: लॉन्ग-टर्म निवेश कैसे दिखाता है अपना जादू

पढ़ने का समय 4 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

20 साल तक डिविडेंड देने वाले 5 स्टॉक्स जो बाज़ार से बेहतर प्रदर्शन करते हैं

पढ़ने का समय 6 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

म्यूचुअल फंड पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

कुछ न करके जीतना

टैरिफ़ वॉर से मची मार्केट की उठा-पटक कैसे निवेशक के मनोविज्ञान समझने का एक ज़बरदस्त तरीक़ा हो सकती है.

दूसरी कैटेगरी