प्रॉफ़िट एंड लॉस (पी एंड एल) स्टेटमेंट किसी बिज़नस के फ़ाइनेंशियल परफ़ॉर्मेंस के बारे में अहम जानकारियां देता है. ये किसी कंपनी द्वारा अर्जित इनकम, किए गए ख़र्च और कमाए गए प्रॉफ़िट के बारे में बताता है.
पी एंड एल स्टेटमेंट का उद्देश्य सभी कंपनियों के लिए समान है. यह निवेशकों और अन्य स्टेकहोल्डर्स के लिए किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति का आकलन करने के लिए एक अहम मानदंड के रूप में काम करता है. हालांकि, गैर-फ़ाइनेंशियल कंपनियों के लिए प्रॉफ़िट और लॉस ट्रांजेक्शन अक़्सर जटिल और अलग-अलग होते हैं.
इसलिए, इस लेख में, हमने बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के पी एंड एल विवरणों के विभिन्न घटकों को डिकोड किया है. ताकि आपके लिए उनके वित्तीय सेहत का आकलन करना आसान हो सके.
पैसे से पैसा बनाना
इंटरेस्ट की भूमिका
बैंकों के लिए, प्राथमिक बिज़नस में ग्राहकों से डिपॉजिट स्वीकार करना और व्यक्तिगत और बिज़नस के स्तर पर ऋण देना शामिल है. वे डिपॉजिट पर इंटरेस्ट देते हैं और क़र्ज़ पर ज़्यादा इंटरेस्ट लेते हैं.
यहां दो कम्पोनेंट हैं: (i) अर्जित इंटरेस्ट, जो बैंकों को क़र्ज़ लेने वाले ग्राहकों से प्राप्त इनकम है, और (ii) दिया गया इंटरेस्ट, जो बैंकों द्वारा जमाकर्ताओं को दिए जाने वाले इंटरेस्ट के रूप में वहन की जाने वाली लागत है.
अर्जित और दिए गए ब्याज के बीच के अंतर को नेट इंटरेस्ट इनकम ( net interest income ) कहा जाता है, और ये बैंकों के लिए रेवेन्यू का प्रमुख स्रोत है.
NBFC भी बैंकों की तरह ही काम करते हैं, लेकिन उनके कामकाज में कुछ अंतर होता है. बैंकों के विपरीत, NBFC जमा स्वीकार नहीं कर सकते हैं. इसके बजाय, वे अन्य फ़ाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से पैसे उधार लेते हैं और दूसरों को उधार देते हैं. इन क़र्ज़ों पर इंटरेस्ट कमाते हैं. उधार ली गई धनराशि पर वे जो इंटरेस्ट देते हैं, वो बैंकों द्वारा ख़र्च किए गए इंटरेस्ट के समान होता है.
इंटरेस्ट से इतर: इनकम के दूसरे सोर्स
बैंक और NBFC दूसरी गतिविधियों से भी
नॉन इंटरेस्ट इनकम
अर्जित करते हैं:
फ़ीस और कमीशन: बैंक और NBFC अन्य स्रोतों के अलावा लोन प्रोसेसिंग, इंश्योरेंस सेल्स और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट सर्विसेज से रेवेन्यू अर्जित करते हैं.
इन्वेस्टमेंट इनकम: सिक्योरिटीज़ की ख़रीद और बिक्री से इनकम या एसेट की बिक्री से फ़ायदा.
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ख़र्चों का प्रबंधन
ऑपरेटिंग एक्सपेंस
डिपॉजिटर्स को दिए जाने वाले इंटरेस्ट के अलावा, बैंक और NBFC ऑपरेटिंग एक्सपेंस भी वहन करते हैं. ये दिन-प्रतिदिन के संचालन से संबंधित लागतें हैं, जैसे:
कर्मचारियों को कम्पन्सेशन: इसमें कर्मचारियों और स्टाफ को मिलने वाले वेतन और लाभ शामिल हैं.
प्रशासनिक ख़र्च: ब्रांच ऑपरेशन, यूटिलिटीज और कार्यालय आपूर्ति से संबंधित लागतें.
विपणन और विज्ञापन: सेवाओं को बढ़ावा देने और नए ग्राहक जोड़ने से संबंधित लागतें.
प्रोविजन और ख़राब क़र्ज़
बैंकिंग में, कुछ क़र्ज़ ख़राब हो जाते हैं. इसका मतलब है कि सभी क़र्ज़ों का भुगतान नहीं हो पाता है, जिससे वे नॉन परफ़ॉर्मिंग एसेट्स या NPA बन जाते हैं. ऐसी अनिश्चितताओं से निपटने के लिए, बैंक और NBFC प्रोविजन के रूप में पैसे अलग रखते हैं. ये फ़ंड ख़राब क़र्ज़ों या NPA से होने वाले संभावित नुक़सान को कवर करने के लिए आरक्षित हैं. भले ही, प्रोविजन एक ख़र्च है और प्रॉफ़िटेबिलिटी को कम करता है, लेकिन इससे बैंक की जोखिम प्रबंधन क्षमता का भी पता चलता है. ऊंचे प्रोविजन से संकेत मिलता है कि बैंक ऐसे मुद्दों से निपटने में सक्रिय हैं.
नेट प्रॉफ़िट
कुल इनकम से सभी ख़र्च (टैक्स सहित) घटाने के बाद, हम आखिरकार नेट प्रॉफ़िट पर पहुंचते हैं. उद्योग चाहे कोई भी हो, शेयरधारकों के लिए वेल्थ क्रिएट करने के उद्देश्य से अधिकतम प्रॉफ़िट कमाना आवश्यक है क्योंकि इससे विस्तार, डिविडेंड का भुगतान और बायबैक की अनुमति मिलती है. नेट प्रॉफ़िट बैंकों और NBFC की वित्तीय सेहत का मुख्य संकेतक है, जहां पैसा ही कच्चा माल है.
HDFC बैंक का प्रॉफ़िट एंड लॉस स्टेटमेंट
कुल इनकम में अर्जित इंटरेस्ट की होती है बड़ी हिस्सेदारी
डिटेल | FY24 (करोड़ ₹) |
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इनकम | |
अर्जित इंटरेस्ट | 2,58,341 |
अन्य इनकम | 49,241 |
कुल | 3,07,582 |
ख़र्च | |
चुकाया गया इंटरेस्ट | 1,49,808 |
परिचालन ख़र्च | 63,386 |
प्रोविजन और देनदारियां | 33,575 |
कुल | 2,46,769 |
प्रॉफ़िट | |
नेट प्रॉफ़िट | 60,812 |
आंकड़े स्टैंडअलोन बेसिस पर हैं. हर डेटा सालाना रिपोर्ट के अकाउंट सेक्शन के नोट्स से लिया गया है. |
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ये लेख पहली बार अगस्त 14, 2024 को पब्लिश हुआ.