IPO अनालेसिस

Unicommerce eSolutions IPO: निवेश का है मौक़ा?

Unicommerce eSolutions IPO की हर ज़रूरी जानकारी यहां पढ़ें

Unicommerce eSolutions IPO: निवेश का है मौक़ा?

यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 6 अगस्त 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 8 अगस्त 2024 को बंद होगा. यहां हम इस ‘ई-कॉमर्स इनेबलमेंट SaaS (सॉफ्टवेयर-एज़-अ-सर्विस)’ प्रोवाइडर की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.

Unicommerce eSolutions IPO: संक्षेप में

  • क्वालिटी: FY22-2024 के बीच, कंपनी का 3 साल का एवरेज़ रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) क्रमशः 15.3 और 21.8 फ़ीसदी रहा है.
  • ग्रोथ: FY22-2024 के दौरान, इसके रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट में क्रमशः 32.5 और 47.5 फ़ीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई.
  • वैल्यूएशन: IPO के बाद, यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस का स्टॉक क्रमशः 84.6 और 16.1 गुना के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर क़ारोबार करेगा.
  • मार्केट में कंपनी की स्थिति: भारत में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच के कारण ई-कॉमर्स और D2C (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) ब्रांड्स की लोकप्रियता बढ़ रही है. ये चीज़ यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस के लिए ख़ासा ग्रोथ ड्राइवर बनने की उम्मीद है. हालांकि, कम एंट्री बैरियर, साथियों से कड़ी टक्कर और तकनीकी बदलाव जैसे फ़ैक्टर कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं में अड़चन डाल सकते हैं.

Unicommerce eSolutions के बारे में

साल 2012 में वजूद में आई ये कंपनी, D2C ब्रांड, सेलर और लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर को अपने ऑपरेशन ज़्यादा कुशलता से मैनेज करने के लिए एक प्लेटफॉर्म देती है. ये कंपनी SaaS प्रोडक्ट की एक लंबी सीरीज़ ऑफ़र करती है जो अलग-अलग बिज़नस को उनके ई-कॉमर्स ऑपरेशन के साथ-साथ ख़रीद के बाद के कामों को भी ज़्यादा कुशलता से मैनेज करने में मदद करती है. इसके अलावा, इसकी प्रोडक्ट सीरीज़ को सभी तरह के सेक्टर और साइज़ के बिज़नस की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

ताक़त

  • लंबे समय से बरक़रार क्लाइंट: चूंकि यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस के प्रोडक्ट अलग-अलग बिज़नस के लिए एक 'इंटीग्रेटेड टेक्नोलॉजी स्टैक' के रूप में काम करते हैं, नतीजा, कंपनी के पास काफ़ी अच्छी क्लाइंट रॉयल्टी है. FY24 में, कंपनी का क्लाइंट रिटेंशन रेशियो 50.5 फ़ीसदी रहा है.
  • कम कॉन्सेंट्रेशन रिस्क: यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस के पास एक डाइवर्स क्लाइंट बेस है, क्योंकि इसके टॉप 10 क्लाइंट ने FY24 में कंपनी के रेवेन्यू में सिर्फ़ 27 फ़ीसदी का योगदान दिया है.

कमज़ोरियां

  • बहुत ज़्यादा प्रतिस्पर्धा: चूंकि SaaS इंडस्ट्री में एंट्री बैरियर कम हैं, इसलिए यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस को बड़े और छोटे दोनों खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है.
  • हाई रेवेन्यू कॉन्सेंट्रेशन: कंपनी का रेवेन्यू ई-कॉमर्स इंडस्ट्री पर बहुत ज़्यादा निर्भर है. इसलिए, इंडस्ट्री में किसी भी बदलाव या अड़चन से यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस के फ़ाइनेंशियल पर गहरा असर पड़ सकता है.

Unicommerce eSolutions IPO की डिटेल

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 277
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 277
नए इशू (करोड़ ₹) 0
प्राइस बैंड (₹) 102-108
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 6-8 अगस्त, 2024
उद्देश्य ऑफर फॉर सेल

IPO के बाद

मार्केट कैप (करोड़ ₹) 1,106
नेट वर्थ (करोड़ ₹) 69
प्रमोटर होल्डिंग (%) 39.4
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 84.6
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 16.1

फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) FY24 FY23 FY22
रेवेन्यू 32.5 104 90 59
EBIT 61.9 12 6 5
PAT 47.5 13 6 6
नेट वर्थ 69 52 41
कुल डेट 8 0 0
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स

प्रमुख रेशियो

रेशियो 3 साल का औसत FY24 FY23 FY22
ROE (%) 15.3 19 12.5 14.5
ROCE (%) 21.8 27.8 19 18.5
EBIT मार्जिन (%) 8.7 11.6 6.6 7.8
डेट-टू-इक्विटी 0 0.1 0 0
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी
ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड

ये भी पढ़िए - SIP Calculator: रोज़ ₹100 बचाकर भी बना सकते हैं 1 करोड़? जानिए कैसे

रिस्क रिपोर्ट

कंपनी और बिज़नस

  • क्या पिछले 12 महीनों में यूनिकॉमर्स ईसॉल्युशंस का (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
    नहीं. यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस ने FY24 में ₹17 करोड़ की टैक्स के पहले की कमाई दर्ज़ की
  • क्या यूनिकॉमर्स ईसॉल्युशंस अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
    हां. भारत में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच और D2C ब्रांड की बढ़ती संख्या के कारण, ई-कॉमर्स बिज़नस की ग्रोथ यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस को अपना ऑपरेशन बढ़ाने में मदद करेगी. इसके अलावा, ई-कॉमर्स इनेबलमेंट SaaS इंडस्ट्री, 25 फ़ीसदी की सालाना ग्रोथ के साथ 2027 तक लगभग 19 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है.
  • क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
    नहीं. चूंकि ये सॉफ्टवेयर आसानी से बनाया जा सकता है, इसलिए इस इंडस्ट्री में एंट्री बैरियर कम हैं.

मैनेजमेंट

  • क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
    हां. IPO के बाद, प्रमोटरों की हिस्सेदारी बढ़कर 39.4 फ़ीसदी हो जाएगी.
  • क्या टॉप तीन मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
    नहीं. टॉप तीन मैनेजर का अनुभव 15 साल से कम है.
  • क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी मौजूद नहीं है.
  • क्या कंपनी की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी मौजूद नहीं है.
  • क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
    हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.

ये भी पढ़िए - ये वाटर ट्रीटमेंट कंपनी एक नया मोड़ ले रही है! क्या आपको इसमें निवेश पर सोचना चाहिए?

फ़ाइनेंशियल

  • क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    हां. यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशन का तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 15.3 और 21.8 फ़ीसदी है, जबकि FY24 में इसका ROE और ROCE क्रमशः 19 और 27.8 फ़ीसदी रहा.
  • क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
    हां. पिछले तीन साल में कंपनी का कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) पॉज़िटिव रहा है.
  • क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
    हां. FY2024 तक इसका का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.1 गुना था.
  • क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
    हां. एक सर्विस प्रोवाइडर होने के कारण, इसकी वर्किंग कैपिटल ज़रूरतें कम हैं.
  • क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
    हां. यूनिकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस को अपनी ग्रोथ के लिए बहुत ज़्यादा capex की ज़रूरत नहीं है. क्योंकि इन कंपनियों को उनके पूरे ई-कॉमर्स ऑपरेशन को मैनेज करने के लिए एक सॉफ्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म देती है. साथ ही, कंपनी की ग्रोथ ख़ास तौर से नए क्लाइंट जोड़ने, मौज़ूदा क्लाइंट बनाए रखने और एफ़िशिऐन्सी बढ़ाने के लिए नियमित रूप से सॉफ़्टवेयर को अपग्रेड करने से होती है.
  • क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त है?
    हां. FY24 तक, कंपनी किसी बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त थी.

वैल्यूएशन

  • क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
    नहीं. ये स्टॉक अपनी 1.1 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देगा.
  • क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
    स्टॉक 84.6 गुना के P/E रेशियो पर क़ारोबार करेगा. इसकी कोई लिस्टेड प्रतिद्वंद्वी कंपनी नहीं है.
  • क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
    स्टॉक 16.1 गुना के P/B रेशियो पर क़ारोबार करेगा. इसकी कोई लिस्टेड प्रतिद्वंद्वी कंपनी नहीं है.

डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.

ये भी पढ़िए - Tea stocks: क्या सुस्ती के लंबे दौर से उबरने की तैयारी कर रही है ये कमोडिटी इंडस्ट्री?


टॉप पिक

₹10 लाख का इन्वेस्टमेंट है तो अब आपके लिए है एक नई 'हाई रिस्क-रिटर्न' एसेट क्लास

पढ़ने का समय 2 मिनटचिराग मदिया

एक आदमी जो कभी बेचता नहीं

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

टॉप 10 क्वालिटी स्टॉक्स जो बेहद आकर्षक हो गए हैं!

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

क्या SBI की शानदार तेज़ी पर ब्रेक लगने जा रहा है?

पढ़ने का समय 3 मिनटAbhinav Goel

स्मॉल-कैप फ़ंड क्यों मिड-कैप कंपनियों में निवेश करते हैं?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

स्टॉक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

डेरिवेटिव ट्रेडिंग एक क्राइम सीन है

F&O ट्रेडिंग पर सेबी की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि इंडस्ट्री और बड़े ऑपरेटर रिटेल निवेशकों के नुक़सान से मुनाफ़ा कमा रहे हैं

ipo banner

हाल के IPO

नाम प्राइस बैंड (₹) बोली लगाने की तारीख़
Khyati Global Ventures 99 04-अक्तूबर-2024 से 08-अक्तूबर-2024
Pranik Logistics 73 - 77 10-अक्तूबर-2024 से 14-अक्तूबर-2024
Shiv Texchem 158 - 166 08-अक्तूबर-2024 से 10-अक्तूबर-2024
Garuda Construction And Engineering 92 - 95 08-अक्तूबर-2024 से 10-अक्तूबर-2024
IPO मॉनिटरIPO मॉनिटर

दूसरी कैटेगरी