स्मॉल-कैप में बने रहें या निकल जाएं?
क्यों आपको स्मॉल-कैप में चल रही गिरावट से नहीं डरना चाहिए
क्यों आपको स्मॉल-कैप में चल रही गिरावट से नहीं डरना चाहिए
जब दुनिया का आर्थिक ढांचा बदल रहा हो, तो सोने को फिर से देखना ज़रूरी हो सकता है--फिर चाहे आप अब तक इसके आलोचक ही क्यों न रहे हों.
टैरिफ़ वॉर से मची मार्केट की उठा-पटक कैसे निवेशक के मनोविज्ञान समझने का एक ज़बरदस्त तरीक़ा हो सकती है.
गिरावट के इस माहौल में क्वालिटी वाले स्मॉल शानदार लग रहे हैं
चार्ली मंगर की दिमाग़ी तरकीबें देती हैं कमाल की निवेश समझ
जटिल परिभाषाएं किस तरह वैल्थ बढ़ाने को लेकर हमारी समझ को सीमित कर सकती हैं.
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